बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में पुलिस विभाग ने 104 अधिकारियों का वेतन रोक दिया है, क्योंकि उन्होंने तबादलों के बावजूद अपने स्थान पर आने वाले अधिकारियों को जरूरी केस फाइलें नहीं सौंपी, जिसके कारण 990 मामलों की जांच प्रभावित हुई है।
पूर्वी चंपारण पुलिस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने सोमवार को लंबित मामलों की समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक के दौरान यह खुलासा हुआ कि 104 पुलिस अधिकारियों ने अपने तबादलों के बाद भी नए अधिकारियों को केस फाइलें नहीं सौंपीं, जिसके कारण जांच में भारी देरी हुई और 990 मामलों पर असर पड़ा।
इस पर एसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी अधिकारियों का वेतन रोकने का आदेश दिया और उन्हें 24 घंटे के भीतर संबंधित अधिकारियों को सारी फाइलें सौंपने का निर्देश दिया।
यह मामला मोतिहारी, जो पूर्वी चंपारण का मुख्यालय है, से जुड़ा हुआ है, और यह राज्य के पुलिस विभाग के लिए एक गंभीर चेतावनी बनकर उभरा है। इससे पहले, गोपालगंज जिले में भी इसी तरह का मामला सामने आया था, जहां 53 अधिकारियों ने अपने स्थानांतरण के बाद फाइलें नहीं सौंपीं। उस मामले में सभी अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट हो गया है कि पुलिस विभाग में फाइलों का सही समय पर आदान-प्रदान न केवल कार्यकुशलता को प्रभावित करता है, बल्कि न्यायिक प्रक्रियाओं में भी रुकावट डालता है, जिससे आम जनता को भी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।