प्रयागराज :महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान स्नान बहुत अच्छा और भव्य

वसंत पंचमी पर महंत रवींद्र पुरी ने अमृत स्नान को भव्य बताया। प्रयागराज महाकुंभ में 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया। प्रशासन…

मंदार पर्वत: कुंभ मेला और भारतीय संस्कृति का गौरव

बहुत गर्व की बात है कि मंदार पर्वत का संबंध हमारे संस्कृति और धर्म से गहरे रूप से जुड़ा हुआ है। मंदार पर्वत, जो…

भारतीय पंचांग और नासा की मान्यता

भारतीय संस्कृति और विज्ञान का इतिहास अत्यंत समृद्ध और प्राचीन है। इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण भारतीय पंचांग है, जो खगोलीय घटनाओं की सटीक भविष्यवाणी…

श्राद्ध कर्म के नियम तथा पितरो को अन्न प्राप्ति का प्रकार

श्राद्ध कर्म में तर्पण, पिंडदान, दान, ब्राह्मण भोज और पंचबलि कर्म किया जाता है। इस कर्म से पितरों की तृप्ति होती है और उक्त…

माँ दुर्गा के नव रूपों की उपासना से प्राप्त होती है आध्यात्मिक शक्ति

शरीर को शुद्ध रखने के लिए और तन-मन को निर्मल और पूर्णत: स्वस्थ रखने के लिए की जाने वाली प्रक्रिया का नाम ‘नवरात्र’ है.…

पितृपक्ष का महत्व और कैसे करें इसका पालन

हिंदू धर्म में पितृपक्ष के दिनों का विशेष महत्व है। पितृ वे पूर्वज होते हैं, जिनका निधन हो चुका है। मृत्यु के बाद, व्यक्ति…

सर्वदोष नाश के लिये करें रुद्राभिषेक

रुद्राभिषेक अर्थात रूद्र का अभिषेक करना यानि कि शिवलिंग पर रुद्रमंत्रों के द्वारा अभिषेक करना. जैसा की वेदों में वर्णित है शिव और रुद्र…

सौभाग्य की वृद्धि और पतिव्रत के संस्कारों को करें आत्मसात

पति के दीर्घ जीवन के लिए यूं तो महिलाएं कई व्रत अनुष्ठान करती हैं. वट सावित्री व्रत हिंदू महिलाओं के लिए इस व्रत अनुष्ठान…

द्वादश ज्योतिर्लिंग का है 12 राशियों से अनोखा संबंध

महादेव के 12 ज्योतिर्लिंग हैं जिनका संबंंध 12 राशियों से होता है. आइए जानते हैं किस ज्योतिर्लिंग की पूजा है आपके लिए महत्वपूर्ण… सावन…

सताईसा क्या होता है ? प्रभाव और उपाय

ज्योतिषीय ग्रंथों में वर्णित नक्षत्रों के अनुसार 27 नक्षत्र बताएं गए हैं, उन सभी में से 6 नक्षत्र अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा, मूल एवं…

दुख-दारिद्र मोचन के लिए करें अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ

सनातनी शास्त्र में दारिद्र रूपक अभिशाप जनित दुख-दुर्दशा से मुक्ति लाभ के लिए अष्टलक्ष्मी स्तोत्र-पाठ का निर्देश है. किन्तु समुचित कर्मयोग आधारित कठिन मेहनत…

देवर्षि नारद जी की जयंती आज : पूर्वजन्म और श्राप से है संबंध

हर वर्ष ज्येष्ठ माह के कृष्णपक्ष की प्रतिपदा तिथि पर देवर्षि नारद जी की जयंती मनाई जाती है. शास्त्रों की माने तो नारद जी…

सर्वाभीष्ट की सिद्धि के लिए करें बगलामुखी साधना

बगलामुखी साधना में महाविद्याओं तथा उनकी उपासना पद्धतियों के बारे में संहिताओं, पुराणों तथा तंत्र ग्रंथों में बहुत कुछ दिया गया है. बगलामुखी देवी…

उत्तराखंड सरकार का अहम फैसला : चारधाम मंदिरों में नहीं कर सकेंगे VIP दर्शन और नहीं बना सकेंगे वीडियो और रील्स

उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चार धाम के मंदिर परिसरों के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी/रील बनाने पर प्रतिबंध लगाने का…

शिव वास देखकर करें शिवजी का अनुष्ठान या रुद्राभिषेक वर्ना पड़ जाएंगे लेने के देने

भगवान शिव का अनुष्ठान या रुद्राभिषेक करने जा रहे हैं तो रुकिये, आपको कुछ बातें जान लेना बेहद जरूरी है, कई तिथियों पर भोले…

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