मोतिहारी और बक्सर की समस्या दूर होगी, मंत्रिपरिषद ने स्वीकृत की राशि: मंत्री जिवेश कुमार

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पटना, 9 अप्रैल, 2025: राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा मोतिहारी सीवरेज नेटवर्क परियोजना और बक्सर जलापूर्ति परियोजना के लिए क्रमशः 400 करोड़ रुपये और 156 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत किए जाने पर नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री श्री जिवेश कुमार ने प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस स्वीकृति से “चकाचक मोतिहारी” की हमारी परिकल्पना साकार होगी और बक्सर के लोगों की पेयजल संबंधी समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा।

माननीय मंत्री श्री जिवेश कुमार ने मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में राज्य के सभी शहरों को स्वच्छ, सुंदर और समस्यामुक्त बनाने की दिशा में हम निरंतर प्रगति कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि मोतिहारी सीवरेज नेटवर्क परियोजना के अंतर्गत शहर के 32 वार्डों के लगभग 30 हजार घरों को सीवरेज नेटवर्क से जोड़ने के लिए 187 किलोमीटर लंबे सीवरेज नेटवर्क का निर्माण कार्य कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त, इस परियोजना में 04 मध्यवर्ती पम्पिंग स्टेशन और 800 मीटर राइजिंग मेन का कार्य भी शामिल है। मंत्री श्री जिवेश कुमार ने विश्वास व्यक्त किया कि सीवरेज का कार्य पूर्ण होने पर मोतिहारी शहर के निवासियों को नालियों के जाम रहने और गंदे पानी के जमाव जैसी गंभीर समस्याओं से स्थायी रूप से मुक्ति मिल जाएगी। अमृत 2.0 के तहत इस महत्वपूर्ण परियोजना के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी बुडको (BUDCO) को सौंपी गई है।

वहीं, बक्सर जलापूर्ति योजना के तहत, शहर के 16603 घरों में पीने के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए व्यापक कार्य योजना तैयार की गई है। इस योजना में 10 टयूबवेल, 10 क्लोरीनेटर प्रणाली के साथ पम्प हाउस, 4 जलमीनार, 4 जल मीनार परिसर, 10.20 किलोमीटर राइजिंग मेन और 236 किलोमीटर जल वितरण नेटवर्क का निर्माण कार्य शामिल है। यह महत्वपूर्ण परियोजना भी अमृत 2.0 के तहत क्रियान्वित की जाएगी और इसकी कार्यकारी एजेंसी भी बुडको ही है।

ज्ञातव्य है कि अमृत 2.0 योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के नगर निकायों में जल संरक्षण, जल स्रोतों का पुनरुद्धार, जल का पुनर्चक्रण, सभी घरों तक सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करना और उपयोग किए गए पानी को उपचारित कर उसका पुनः उपयोग करना है। इसके साथ ही, अमृत योजना के अंतर्गत चयनित पुराने शहरों में सीवरेज और सेप्टिक कनेक्शन की सुविधा को सुलभ बनाना भी इस योजना का एक महत्वपूर्ण अंग है।


Santosh Srivastava “Anjaan Jee”

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