स्कॉटलैंड का पटना: भारत के पटना का यूरोपीय जुड़ाव

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स्कॉटलैंड के पूर्वी एयर्शायर में स्थित छोटा सा गांव पटना, इतिहास और भावनात्मक जुड़ाव का अनूठा उदाहरण है। इसका नाम सुनते ही भारतीय उपमहाद्वीप के बिहार राज्य की राजधानी पटना का ध्यान आता है। लेकिन यह स्कॉटलैंड का पटना, भारत के पटना का सम्मान और विलियम फुलार्टन की अपनी जन्मभूमि के प्रति गहरी भावनाओं का प्रतीक है।

19वीं सदी की शुरुआत में इस गांव की स्थापना एक स्कॉटिश सैनिक और राजनेता, विलियम फुलार्टन ने की थी। विलियम का जन्म भारत के पटना में हुआ था, जहां उनके पिता ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी में एक सेना अधिकारी के रूप में तैनात थे। भारत छोड़ने और स्कॉटलैंड लौटने के बाद, विलियम ने अपने एस्टेट की कोयला खदानों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए एक गांव बसाने का निर्णय लिया। अपनी जन्मभूमि के प्रति आदर और स्मृति स्वरूप उन्होंने इस गांव का नाम “पटना” रखा।

स्कॉटलैंड का पटना, लंदन से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर में और डून नदी के किनारे बसा हुआ है। यह प्राकृतिक सुंदरता और शांति का प्रतीक है। गांव में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय, एक छोटी लाइब्रेरी, खेल हॉल, एक डॉक्टर का क्लिनिक, कुछ दुकानें और एक फुटबॉल मैदान मौजूद हैं। इसके अलावा, 1964 तक यहां एक रेलवे स्टेशन भी था, जिसे अब ध्वस्त कर दिया गया है। हालांकि, रेलवे लाइन अभी भी कोयले के परिवहन के लिए उपयोग में है।

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भारत के पटना से तुलना की जाए तो दोनों जगहों में ज़मीन-आसमान का अंतर है। भारत का पटना एक घनी आबादी वाला बड़ा और व्यस्त शहर है, जबकि स्कॉटलैंड का पटना एक शांत, छोटा और ग्रामीण क्षेत्र है। भारत का पटना ऐतिहासिक रूप से प्राचीन काल से महत्वपूर्ण रहा है, जबकि स्कॉटलैंड का पटना आधुनिक औद्योगिक युग की स्मृति से जुड़ा हुआ है।

विलियम फुलार्टन का यह कदम न केवल उनके व्यक्तिगत इतिहास को सम्मानित करता है, बल्कि यह भारत और स्कॉटलैंड के बीच ऐतिहासिक संबंधों को भी दर्शाता है। फुलार्टन की इस पहल ने उनके गांव को न केवल एक नाम दिया, बल्कि इसे एक गहरा सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व भी प्रदान किया।

आज स्कॉटलैंड का पटना अपनी सरलता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह गांव उस समय की याद दिलाता है जब साम्राज्यवादी संबंधों ने दो दूरस्थ स्थानों को एक दूसरे से जोड़ा। यह कहानी न केवल विलियम फुलार्टन के व्यक्तित्व को दर्शाती है, बल्कि यह इतिहास के उन पन्नों को भी जीवंत करती है, जो सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधता के बीच संबंधों को प्रकट करते हैं।

स्कॉटलैंड का पटना, भारत के पटना के सम्मान का सजीव प्रतीक है। यह दोनों स्थानों के बीच इतिहास और भावनाओं का एक ऐसा पुल बनाता है, जो आज भी इन दो देशों के सांस्कृतिक संबंधों की झलक प्रदान करता है।

– अंजान जी
मुख्य संपादक सह प्रकाशक

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