राज्य में होली पर्व शांतिपूर्वक मनाया गया: पुलिस की सतर्क निगरानी और त्वरित कार्रवाई ने बनाए रखा साम्प्रदायिक सौहार्द

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राज्य में इस वर्ष होली का पर्व शांतिपूर्ण वातावरण में मनाया गया। पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी जिलों में पर्याप्त पुलिस बल और दंडाधिकारियों की तैनाती की गई थी ताकि पर्व के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके और साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखा जा सके। इसके अलावा, पुलिस मुख्यालय द्वारा नियमित निगरानी भी रखी गई।

साम्प्रदायिक सौहार्द की रक्षा:

होली के दौरान पुलिस का मुख्य उद्देश्य राज्य में साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाए रखना और यह सुनिश्चित करना था कि किसी भी स्थान पर किसी भी प्रकार की हिंसा या विवाद न हो, जिससे सामाजिक समरसता प्रभावित हो। इस वर्ष, दो समुदायों के बीच कुल 11 सामान्य घटनाएँ हुईं, हालांकि इनमें से कोई भी घटना गंभीर विधि-व्यवस्था की समस्या का कारण नहीं बनी।

इन घटनाओं में कुल 14 लोग घायल हुए, लेकिन किसी की मृत्यु नहीं हुई। पुलिस ने 29 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और 4 को डिटेन किया।

जातीय संघर्ष:

दो जातियों के बीच दो घटनाएँ हुईं, जिनमें 26 लोग घायल हुए। इन घटनाओं से संबंधित तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है।

पुलिस पर हमले:

होली पर्व के दौरान पुलिस पर हमले की 12 घटनाएँ रिपोर्ट की गईं, जिनमें 2 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शहीद हुए और 27 पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस विभाग इन हमलों को अत्यंत गंभीरता से ले रहा है और हमलावरों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

डायल 112 (ERSS) की प्रतिक्रिया:

होली पर्व के दौरान डायल-112 द्वारा त्वरित प्रतिक्रिया और त्वरित कार्रवाई की गई, जैसा कि नीचे दिए गए आँकड़ों से स्पष्ट है:

  • 14 मार्च 2025:
    • कुल प्राप्त कॉल्स: 67,188
    • कुल घटनाएँ: 13,150
    • औसत प्रतिक्रिया समय: 14 मिनट 34 सेकंड
  • 15 मार्च 2025:
    • कुल प्राप्त कॉल्स: 56,851
    • कुल घटनाएँ: 9,744
    • औसत प्रतिक्रिया समय: 14 मिनट 52 सेकंड

पुलिस विभाग राज्य में होली के दौरान हुए घटनाओं की गंभीरता से जांच कर रहा है और भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तत्पर है।

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