पंचांग 19/05/2024 • May 19, 2024

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पंचांग का उपयोग और महत्व
पंचांग मानव जाति मात्र के लिए अत्यंतहि उपयोगकी वास्तु है | पंचांग के आधार पर ठीक समय धार्मिक और व्यावहारिक सम्पूर्ण कार्य किये जाते हैं | पंचांग का मुख्या उद्देश कालमापन या कालगणन का हैं | धार्मिक व्रत उपवास, सामाजिक त्योहार के लिये और अन्य धार्मिक क्रित्यों के लिए पंचांग की ज़रूरत पड़ती है | हमारा जो कुछ आधार है सो पंचांग है |

पंचांग पढ़ने से जीवन के महत्वपूर्ण पलों को शुभ फलदायी बना सकते है |

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पंचांग 19/05/2024 • May 19, 2024
बैशाख शुक्ल पक्ष एकादशी, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर), बैशाख | एकादशी तिथि 01:50 PM तक उपरांत द्वादशी | नक्षत्र हस्त 03:16 AM तक उपरांत चित्रा | वज्र योग 11:24 AM तक, उसके बाद सिद्धि योग | करण विष्टि 01:50 PM तक, बाद बव 02:57 AM तक, बाद बालव |
मई 19 रविवार को राहु 04:45 PM से 06:25 PM तक है | चन्द्रमा कन्या राशि पर संचार करेगा |

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