सीतामढ़ी-मोतिहारी मार्ग पर स्थित शिवहर न्यू रेलखंड को रेलवे द्वारा 69.9 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा। इस समय, सीतामढ़ी से शिवहर के बीच 28 किलोमीटर रेल लाइन के लिए भूमि सर्वेक्षण और अधिग्रहण कार्य शुरू हो चुका है। इस रेल लाइन के निर्माण के लिए 13 गांवों में 209 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है, और इसके बदले 50 करोड़ रुपये मुआवजा वितरण किया जा चुका है।
Sonu Srivastava | सीतामढ़ी. बिहार के सीतामढ़ी और शिवहर जिलों के निवासियों के लिए एक सुखद समाचार है। इन दोनों जिलों में रेल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए रेलवे ने कार्य शुरू कर दिया है। रेलवे ने सीतामढ़ी-मोतिहारी वाया शिवहर नई रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण का काम प्रारंभ कर दिया है, और यह कार्य तेज गति से चल रहा है। इस परियोजना के तहत, रेलवे द्वारा 69.9 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा। वर्तमान में, सीतामढ़ी से शिवहर के बीच 28 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के लिए भूमि सर्वेक्षण और अधिग्रहण का कार्य शुरू हो चुका है।
13 पुल और 62 पुलिया का निर्माण होगा
इस 28 किलोमीटर क्षेत्र में से 17.5 किलोमीटर सीतामढ़ी जिले में और 10.5 किलोमीटर शिवहर जिले में आता है। इस रेलखंड पर 13 पुल और 62 पुलिया का निर्माण किया जाएगा, साथ ही 30 रेलवे समपार फाटक भी बनाए जाएंगे। सीतामढ़ी जिले के रेवासी और शिवहर जिले के धनकौल तथा शिवहर में रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे। इस परियोजना की प्रगति को तेज करने के लिए, जिला पदाधिकारी रिची पांडेय ने हाल ही में रीगा प्रखंड के रेवासी में नई रेल लाइन के पथ रेखांकन का निरीक्षण किया।
इसी दौरान, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी विकास कुमार ने बताया कि इस नई रेल लाइन के लिए 13 ग्रामों में 209 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है, और इसके बदले लगभग 50 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरण किया जा चुका है। जिला भू-अर्जन कार्यालय द्वारा किसानों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि मुआवजा वितरण प्रक्रिया में तेजी लाई जाए, ताकि इस परियोजना को निर्धारित समय में पूरा किया जा सके। दोनों जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को इस कार्य को तेज़ी से पूरा करने के लिए निर्देश दिया गया है।