पटना : बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस फुल एक्टिव मोड में आई गई है। पहले बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष बदल गए, अब पार्टी की तैयारी कमजोर जिला और प्रखंड कमेटी बदलने की है। इस मामले को लेकर सोमवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में प्रभारी अल्लावरू और सह प्रभारियों की उपस्थिति में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक हुई।जिसमें कमजोर जिला और खंड कमेटी बदलने के लिए 31 मार्च तक केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट देने की बात हुई। बैठक में पार्टी की 17 विधायक, जिला अध्यक्ष सहित सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
हाल ही में बिहार कांग्रेस प्रभारी नियुक्ति किए गए कृष्णा अल्लावरू बीते कुछ दिनों बिहार में डेरा डाले हैं। इससे पहले भी वो कह चुके हैं, कि विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे में जनाधार वाले व्यक्ति को ही तरजीह दी जाएगी। इसलिए कांग्रेस मुख्यालय का गणेश परिक्रमा करने के बजाए लोगों के बीच जाकर काम करें। साथ ही संगठन को मजबूत बनाएं। कांग्रेस प्रभारी ने कहा था कि टिकट में भी सभी वर्गों की हिस्सेदारी होगी, लेकिन जनाधार महत्वपूर्ण होगा।
अब टिकट लेकर जीतकर आना बहुत जरूरी है। नहीं तो जो 2020 में जो हुआ वह सबके सामने है। हम 70 पर लड़े और मात्र 19 जीते। इसलिए अपने बीच से उन साथियों को आगे बढ़ाएं, जिनका जनाधार है। उनको आगे मत बढ़ाएं जो जनता के बीच नहीं, सदाकत आश्रम में आकर स्वागत करते रहते हैं। अगर आपको परिक्रमा करनी है, परिश्रम करनी है तो फील्ड में जनता के बीच जाकर करें। पार्टी खुद ढूंढ़कर ऐसे लोगों को टिकट देगी। छह-आठ महीने में लड़ाई कम और काम ज्यादा करना है। उन्होंने कहा कि हमें संगठन को भी मजबूत करना है, क्योंकि कोई भी उम्मीदवार अपने दम पर चुनाव जीत नहीं सकता। उन्होंने नसीहत दी कि आने वाले समय में जो भी कार्यक्रम हो, किसी जिले या प्रखंड में करें। संपन्न बैठक में कमजोर जिला और खंड कमेटी बदलने के लिए 31 मार्च तक केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट देने की बात हुई। बैठक में पार्टी की 17 विधायक, जिला अध्यक्ष सहित सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
संजय कुमार विनीत
वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक