पटना, 9 अप्रैल, 2025: बिहार सरकार के लघु जल संसाधन विभाग द्वारा “जल-जीवन-हरियाली अभियान” के तहत बांका जिले में 09 गारलैण्ड ट्रेंच के निर्माण कार्य को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इन पूर्ण योजनाओं के माध्यम से लगभग 1035 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई क्षमता का पुनर्स्थापन हुआ है, जिससे क्षेत्र के किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
इन योजनाओं का विवरण इस प्रकार है:
- अमरपुर प्रखंड:
- चमयाथन गारलैण्ड ट्रेंच का निर्माण: 345 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता पुनर्स्थापित
- दुमुहाना गारलैण्ड ट्रेंच का निर्माण: (इसी में शामिल)
- शम्भुगंज प्रखंड:
- पहाड़पुर गारलैण्ड ट्रेंच का निर्माण: 45 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता पुनर्स्थापित
- बौसी प्रखंड:
- भलजोर गारलैण्ड ट्रेंच का निर्माण: 310 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता पुनर्स्थापित (सांझेतरी गारलैण्ड ट्रेंच सहित)
- बांका प्रखंड:
- कोकरीतरी गारलैण्ड ट्रेंच का निर्माण: 80 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता पुनर्स्थापित
- चॉन्दन प्रखंड:
- अहारा गारलैण्ड ट्रेंच का निर्माण: 70 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता पुनर्स्थापित
- धोरैया प्रखंड:
- पैर गारलैण्ड ट्रेंच का निर्माण: 60 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता पुनर्स्थापित
- फुल्लीडुमर प्रखंड:
- बहेरा मौजा गारलैण्ड ट्रेंच का निर्माण: 125 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता पुनर्स्थापित
गारलैण्ड ट्रेंच, पहाड़ या पठार की तलहटी में बनाए गए ट्रेंच होते हैं, जिनमें वर्षा के पानी को छोटे-छोटे जलाशयों में संचित किया जाता है। ये सभी जलाशय आपस में जुड़े होते हैं और इनसे छोटी-छोटी पईन के माध्यम से पानी को कृषि क्षेत्रों तक पहुंचाया जाता है। इन गारलैण्ड ट्रेंच के निर्माण एवं जीर्णोद्धार कार्य से किसानों को निश्चित रूप से सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी। इसके साथ ही, यह जल संरक्षण में भी सहायक सिद्ध होगा और क्षेत्र के भूजल स्तर में सुधार आएगा।
Santosh Srivastava “Anjaan Jee”