सियालजोड़ी (झारखंड), 23 अप्रैल: ईएसएल स्टील लिमिटेड (ईएसएल) ने अपने एक ठेका श्रमिक महेश सोरेन की मृत्यु को लेकर प्रसारित खबरों का खंडन किया है। कंपनी के डिप्टी सीईओ रविश शर्मा ने बुधवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि श्री सोरेन की मौत प्लांट परिसर में नहीं हुई थी, जैसा कि कुछ खबरों में बताया गया है।
ईएसएल ने सियालजोड़ी थाना की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि महेश सोरेन 22 अप्रैल, 2025 को ड्यूटी पर नहीं आए थे। उनका शव बाद में भागाबांध आदिवासी टोला के जंगल में बरामद हुआ।
कंपनी ने अपने बयान में यह भी कहा कि ईएसएल में स्थापित फेस रिकग्निशन सिस्टम के अनुसार, महेश सोरेन ने अंतिम बार 20 अप्रैल को ड्यूटी जॉइन की थी, जिसके बाद वे प्लांट परिसर में नहीं दिखे।
ईएसएल ने स्पष्ट रूप से कहा है कि महेश सोरेन की मृत्यु किसी भी प्रकार से औद्योगिक दुर्घटना नहीं है। कंपनी ने दिवंगत श्रमिक के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े रहने की बात कही है। ईएसएल ने परिवार को हरसंभव मानवीय सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता भी जताई है।
गौरतलब है कि कुछ स्थानीय खबरों में महेश सोरेन की मृत्यु प्लांट परिसर में होने की आशंका जताई गई थी, जिसे ईएसएल ने आधिकारिक बयान जारी कर सिरे से खारिज कर दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Santosh Srivastava “Anjaan Jee”