पटना, 31 मई, 2025 – मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (NMCH) परिसर में 264 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 200 बेड वाले राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट अनावरण कर कार्यारंभ किया। इस परियोजना का लक्ष्य राज्य में यूनानी चिकित्सा पद्धति को मजबूत करना और नागरिकों को सुलभ, सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना है।
परियोजना का विवरण और लक्ष्य
राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का निर्माण 10 एकड़ भूमि पर किया जा रहा है। अधिकारियों ने मास्टर प्लान के माध्यम से मुख्यमंत्री को ब्वॉयज हॉस्टल, गर्ल्स हॉस्टल, पी.जी. इंटर्न हॉस्टल, प्रिंसिपल, मेडिकल सुपरिटेंडेंट आवास सहित विभिन्न निर्माण कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। इस परियोजना के अंतर्गत 200 बेड के अस्पताल, 500 क्षमता वाले सभागार, 400 क्षमता वाले बालक छात्रावास एवं 350 क्षमता वाले बालिका छात्रावास, औषधि निर्माण गृह तथा महाविद्यालय के प्राध्यापकों एवं अन्य कर्मियों के लिए आवास का प्रावधान किया गया है। इस चिकित्सा महाविद्यालय में छात्रों का नामांकन प्रतिवर्ष 150 रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कार्यारंभ के पश्चात् परिसर का निरीक्षण किया और निर्माण कार्य को तेजी से एवं अच्छे ढंग से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने दोहराया कि राज्य के हर नागरिक को सुलभ, सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार यूनानी चिकित्सा पद्धति के साथ-साथ आयुर्वेदिक और होमियोपैथी जैसी उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए भी कार्य कर रही है।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा नया परिसर
निर्माणाधीन सभी भवनों में भूकंपरोधी संरचना, सोलर लाईट तथा वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित की गई है। महाविद्यालय एवं अस्पताल का भवन वातानुकूलित होगा। इस योजना के 30 माह में पूर्ण होने की संभावना है।
यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 22 नवंबर 2021 को राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का भ्रमण किया था और तत्कालीन भवन की स्थिति अच्छी न होने के कारण पटना में दूसरी जगह जमीन चिह्नित कर इसके विस्तार के साथ नए एवं बेहतर भवन के निर्माण का निर्देश दिया था। नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल परिसर के बगल में 10 एकड़ जमीन इसी उद्देश्य से चिह्नित की गई है। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल को अपने पुराने परिसर से नए भवन में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
यूनानी चिकित्सा का महत्व
प्राचीन चिकित्सा विधा में विश्व स्तर पर यूनानी का महत्वपूर्ण योगदान है। यूनानी चिकित्सा केवल रोग का उपचार नहीं करती, बल्कि यह चिकित्सा पद्धति व्यक्ति की संपूर्ण प्रकृति – शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर आधारित है। यह पद्धति न केवल उपचार देती है, बल्कि जीवनशैली, आहार, प्राकृतिक चिकित्सा और हकीमी दवाओं के माध्यम से व्यक्ति को स्वस्थ बनाए रखने पर भी बल देती है।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, बिहार विधानसभा अध्यक्ष श्री नंद किशोर यादव, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पाण्डे, पटना की महापौर श्रीमती सीता साहू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री अवकाश कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
Anjaan Jee
Editor in Chief & Publisher
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