नागपुर, महाराष्ट्र – 30 मार्च : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नागपुर की अपनी बहुप्रतीक्षित यात्रा के दौरान एक नए अंदाज में नजर आए। करीब 14 वर्षों बाद प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय रेशम बाग स्थित केशव कुंज में कदम रखा। इस ऐतिहासिक अवसर पर पीएम मोदी ने संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे संघ प्रमुख श्रद्धेय माधवराव सदाशिवराव गोवलकर ‘गुरुजी’ को पुष्पांजलि अर्पित की और भावुक संदेश भी लिखा।
संघ प्रमुख मोहन भागवत का ‘शुभ योग’ बयान
प्रधानमंत्री मोदी के नागपुर दौरे को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने ‘शुभ योग’ बताया। भागवत जी ने इस मौके पर कहा कि यह अवसर विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज डॉ. हेडगेवार का जन्मदिन है, साथ ही माधव नेत्रालय के प्रीमियर सेंटर की आधारशिला रखी जा रही है और प्रधानमंत्री मोदी का यहां उपस्थित होना भी एक शुभ संकेत है। उन्होंने यह भी कहा कि जब इतने शुभ योग एकत्रित होते हैं, तो इसके लिए तपस्या की आवश्यकता होती है। भागवत जी का यह बयान कई स्तरों पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है और इसे संघ और बीजेपी के बीच गहरे संबंधों का प्रतीक माना जा रहा है।
पीएम मोदी और संघ प्रमुख भागवत के रिश्ते
प्रधानमंत्री मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत के बीच गहरे और मजबूत संबंध रहे हैं। यह संबंध न केवल व्यक्तिगत स्तर पर, बल्कि संघ के विचारों और दृष्टिकोण पर भी आधारित है। जब पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने अपनी किताब “ज्योति पुंज” में संघ के प्रचारकों का उल्लेख किया था, जिन्होंने उनके जीवन पर गहरा प्रभाव डाला। इस किताब के विमोचन के समय मोहन भागवत भी मौजूद थे।
नागपुर यात्रा का नया संदेश
इस यात्रा के बाद, जानकारों का मानना है कि बीजेपी और संघ के बीच के रिश्तों में जो थोड़ी कमी आई थी, वह अब सुधर सकती है। पीएम मोदी के संघ मुख्यालय दौरे ने यह स्पष्ट किया कि वे अब एक स्वयंसेवक और प्रचारक के रूप में भी दिखाई दे रहे हैं। गुजरात के वडोदरा शहर में बीजेपी ने एक स्वयंसेवक को शहर अध्यक्ष बनाया है, जो संघ से जुड़ा हुआ था। इस प्रकार, संघ से जुड़े और तपे हुए स्वयंसेवकों और प्रचारकों के बीजेपी में शामिल होने की संभावना है, जिससे संगठन और पार्टी के बीच बेहतर समन्वय बन सकेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की नागपुर यात्रा को एक नए मार्गदर्शन के रूप में देखा जा रहा है, जो संघ और बीजेपी के बीच सामंजस्य और सहयोग को और अधिक मजबूत करेगा।