रांची, 25 अप्रैल, 2025: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आज एक बड़ी कार्रवाई करते हुए साउथ इस्ट सेंट्रल रेलवे के एक चीफ इंजीनियर और उनके पारिवारिक सदस्यों सहित कुल चार लोगों को 32 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अन्य दो व्यक्ति एक निजी कंपनी से संबंधित हैं।
सीबीआई को साउथ इस्ट सेंट्रल रेलवे में रेलवे ओवरब्रिज और अंडरब्रिज के ठेकों में एक निजी कंपनी से अवैध रूप से धन लेकर फायदा पहुंचाने की शिकायत मिली थी। इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद सीबीआई ने संबंधित चीफ इंजीनियर और अन्य संदिग्धों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
जांच के दौरान सीबीआई को महत्वपूर्ण जानकारी मिली कि रेलवे में ठेकेदारी करने वाली उक्त निजी कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) ने 21 अप्रैल को अपने बेटे को सूचित किया था कि वह चीफ इंजीनियर के निर्देशानुसार बिलासपुर स्थित उनके कार्यालय में उनसे मिलने जा रहा है।
चीफ इंजीनियर के साथ बैठक के बाद, कंपनी के एमडी ने अपने बेटे को फिर से सूचित किया कि बैठक में सभी बातें तय हो गई हैं और कंपनी के लंबित मामलों को निपटाने के लिए रिश्वत के तौर पर 32 लाख रुपये देने पर सहमति बनी है।
इसके बाद, निजी कंपनी के एमडी ने अपनी कंपनी के एक कर्मचारी को निर्देश दिया कि वह चीफ इंजीनियर द्वारा बताए गए अनुसार 32 लाख रुपये की घूस की रकम रांची स्थित उनके परिवार के सदस्यों को पहुंचा दे। घूस की रकम पर सहमति बनने के बाद चीफ इंजीनियर ने भी रांची में अपने पारिवारिक सदस्य को सूचित किया कि एक व्यक्ति 32 लाख रुपये लेकर आएगा, जिसे वे प्राप्त कर लें।
पूरी साजिश पर बारीकी से नजर रख रही सीबीआई की टीम ने आज रांची में रेलवे के चीफ इंजीनियर के एक पारिवारिक सदस्य को 32 लाख रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई द्वारा जारी छापेमारी में घूस की रकम के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की गड़बड़ी से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
सीबीआई की टीमें रांची और छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर अभी भी छापेमारी कर रही हैं और मामले की गहन जांच जारी है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि इस भ्रष्टाचार के नेटवर्क और इसमें शामिल अन्य लोगों का पता लगाया जा सके।
यह कार्रवाई रेलवे जैसे महत्वपूर्ण विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में सीबीआई का एक महत्वपूर्ण कदम है।