धमाकेदार इंटरव्यू : पॉडकास्‍ट विथ स्मिता प्रकाश में आदित्यनाथ योगी – बंटेंगे तो कटेंगे नारा विभाजनकारी नहीं ,एकजुट करने के लिए

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संजय कुमार विनीत : हमें उसे उसकी ही भाषा में समझाना होगा। जितने भी तीर्थस्थल, मंदिर होंगे सभी को ढूंढेंगे और सब निकालेंगे और दुनिया को बोलेंगे कि सब आकर देखो कि क्या हुआ था संभल में। संभल एक सच्चाई है। आपको उपासना विधि की पूरी छूट है, लेकिन आप तो इस्लाम के मुद्दों से भटककर काम किए हैं। योगी आदित्‍यनाथ ने एएनआई पॉडकास्‍ट में कहा जो जैसा समझेगा वैसा समझाएंगे।योगी आदित्‍यनाथ ने औरंगजेब, वक्फ, संभल और कृष्ण जन्मभूमि पर भी खुलकर बात रखी।

मथुरा पर सीएम योगी ने कहा कि हम कानून के दायरे में रहकर सब काम करते हैं। मथुरा श्रीकृष्ण की जन्मभूमि है। कोर्ट के ही आदेश का पालन कर रहे हैं, वरना वहां बहुत कुछ हो गया होता। सनातन हिंदू धर्म के जो महत्वपूर्ण स्थल हैं, वो सारे हमारे विरासत की ही तो देन हैं। संभल में 68 सभी तीर्थों को हम निकाल रहे हैं। 54 से अधिक निकाल चुके हैं। जिसने भी कब्जे किए होंगे, सब हम निकालेंगे। जितने भी अतिक्रमण हुए हैं, वो सारे अतिक्रमण हम हटाएंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मोहर्रम में जुलूस निकलते हैं तो क्या उनके झंडे की छाया किसी हिंदू मंदिर या घर पर नहीं पड़ता है क्या? क्या उससे हिंदू का घर या मंदिर अपवित्र हो जाता है।

सीएम योगी ने गाजी सलार मसूद के मेले को लेकर कहा कि आक्रांताओं का महिमंडन नहीं होना चाहिए। ये भी हमें मालूम होना चाहिए कि ये आक्रांता विदेशी थे। इन्होंने भारत की आस्था पर प्रहार किया। भारत की बहन बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ किया। इसका महिमा मंडन भारत की आस्था का, मातृ शक्ति का अपमान है और इनका महिमा मंडन करके हम देश का अपमान करते हैं। ये भारतीय स्वीकार नहीं करेगा। ये वही आक्रांता थे, जिन्होंने भारत में जबरन धर्मांतरण को बढ़ाया था। सीएम योगी ने कहा कि बहुत सारे लोगों ने डॉक्यूमेंट रखे हैं, जिनके पूर्वज कभी न कभी हिंदू थे। उस समय किन्हीं कारणों से उन आक्रांताओं की क्रूरता के कारण कई लोगों को इस्लाम स्वीकार करना पड़ा है। मुझे लगता है कि हमें यह स्वीकार ही नहीं करना चाहिए कि आक्रांताओं का कहीं महिमामंडन होना चाहिए।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ में हमने केवल जनसुविधाओं का ध्यान रखा। यह किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं था। पीएम मोदी ने यूनेस्को से 2019 में कुंभ को मानवता के मूर्त धरोहर के रूप में मान्यता दिलाई। दुनिया के देशों के प्रवासी भारतीयों को कुंभ के आयोजन के साथ जोड़ने का कार्यक्रम किया। 2019 में प्रवासी भारतीयों को जोड़ने का कार्यक्रम वाराणसी में आयोजित किया गया। जनता जनार्दन की सुविधा का सम्मान करना हम सीखे। मोदी जी ने जो विजन दिया वो धरातल पर दिखाई दे रहा है।

महाकुंभ के हादसे पर सीएम योगी ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार ज्यूडिशियल कमीशन अपनी जांच कर रहा है। सभी पक्षों से बातचीत हो रही है, बयान लिए जा रहे हैं और साक्ष्य इकट्ठे किए जा रहे हैं। इसके बाद जो भी परिणाम होगा, उसपर कार्रवाई की जाएगी। ममता बनर्जी के बयान पर उन्होंने कहा कि 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक 50 हजार से 1 लाख श्रद्धालु प्रतिदिन बंगाल से प्रयागराज आता था। इस भीड़ को देखकर पश्चिम बंगाल की सरकार खुद घबरा गई कि हर कोई प्रयागराज आने को उतावला था। लेकिन चाहे वह पश्चिम बंगाल की सरकार ने, चाहे वह कांग्रेस ने, राजद ने, समाजवादी पार्टी ने महाकुंभ के बारे में जो भी बात कही है, वो उनकी तुष्टीकरण की पराकाष्ठा का उदाहरण है। महाकुंभ ने साबित किया है कि वह मृत्युंजय महाकुंभ था।

सीएम योगी ने कहा कि कर्नाटक सरकार द्वारा धर्म के नाम पर आरक्षण, यह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान का अपमान है। जब संविधान सभा में आरक्षण की बात हुई तो उसमें धर्म के आधार पर आरक्षण का मुद्दा भी उठा था, जिसका बाबा साहब ने विरोध किया था। बाबा साहब ने कहा था कि आरक्षण सामाजिक रूप से उन लोगों को दिया जाना चाहिए, जिनके साथ सैकड़ों वर्षों से छुआछूत किया गया है। इसमें एससी, एसटी वर्ग के लोगों को जोड़ा गया। उसी समय देश 1947 में देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था, तो उसका विरोध और उसका साया भारत पर न पड़ने पाए। इसलिए सभी ने धर्म के आधार पर दिए जाने वाले आरक्षण का विरोध किया था।

सीएम योगी ने कहा कि जातियों को अगर जोड़ने के बारे में बात की जा रही है तो इसमें क्या गलत है। यूपी से ये मैंने ही कहा था कि ‘बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’। लाखों हिंदू कश्मीर में काटे गए, हम उसे भूल क्यों जाते हैं। इतिहास वर्तमान का दर्पण होता है। वर्तमान पीढ़ी भूल गई होगी तो उसे यह बताना पड़ेगा हमें। यह हमारा दायित्व है। दंगाईयों का हमारे पास उपचार भी है। दंगाईंयों को घुटनों के बल चलने के लिए मजबूर करते हैं और उन्हें ठीक भी कर देते हैं। ये हमारी शराफत का स्टाइल है।

एक वक्‍त पर वक्‍फ के नाम पर ऊल जलूल फैसले लिए गए। इसके नाम पर प्रोपर्टी पर कब्‍जे किए गए.-वक्‍फ संशोधन बिल आज की जरूरत है.-वक्‍फ का निजी स्‍वार्थ के लिए दुरुपयोग हुआ.-विपक्ष गुमराह करने की कोशिश कर रहा है.-मस्जिदों पर कब्‍जा करके बीजेपी क्‍या करेगी?आरएसएस पर सवाल उठाने को लेकर कहा कि राहुल गांधी 6 दशक तक क्‍या कर थे? उन्‍होंने अपने दादा, दादी और पिता जी से क्‍यों नहीं पूछा?-राहुल जहां जाते हैं वहां की निंदा करते हैं. दक्षिण में उत्तर भारत की निंदा करते हैं और भारत से बाहर जाते हैं तो देश की निंदा करते हैं. इनके आचरण को देश समझ चुका है.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम आभारी हैं मोदी जी के जिन्होंने कश्मीर के दारा 370 को समाप्त कर इस कलंक को मिटाया है। आज जम्मू कश्मीर विकास की प्रक्रिया के साथ जुड़ा है। जनता को अपने आप को उस प्रक्रिया का हिस्सा बनने का अवसर मिला। लेकिन कांग्रेस ने इससे जनता को वंचित रखा था। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ये तीन तलाक का समर्थन करते थे, जिसे मोदी जी ने समाप्त किया। तीन तलाक के नाम पर जब मर्जी आए, कोई किसी महिला के साथ खिलवाड़ करे ये नहीं हो सकता है। डीके शिवकुमार वही बोल रहे हैं जो कांग्रेस की विरासत में उन्हें मिला है, जो कांग्रेस का एजेंडा है।

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