जल-जीवन-हरियाली का असर: बिहार में 5 वर्षों में बने 64 हजार से अधिक नए जल स्रोत, भूजल स्तर में सुधार

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पटना, 7 अप्रैल 2025: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रहे महत्वाकांक्षी जल-जीवन-हरियाली अभियान ने बिहार में जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। बीते पांच वर्षों (2019 से अब तक) में इस अभियान के तहत राज्य में 64,098 नए जल स्रोतों का निर्माण किया गया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य न केवल जल का संरक्षण करना है, बल्कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखना और भूजल स्तर में सुधार लाना भी है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इन नए जल स्रोतों के निर्माण में ग्रामीण विकास विभाग का सबसे बड़ा योगदान रहा है, जिसने अकेले 55,642 जल स्रोतों का सृजन किया है। इसके अतिरिक्त, कृषि विभाग ने 5,607 और पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने 2,827 नए जल स्रोतों का निर्माण किया है।

पुराने जल स्रोतों का संरक्षण प्राथमिकता:

राज्य सरकार ने नए जल स्रोतों के निर्माण के साथ-साथ पुरानी सार्वजनिक जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार पर भी विशेष ध्यान केंद्रित किया है। वर्ष 2019 से 2025 के दौरान 24,448 सार्वजनिक तालाबों/पोखरों का जीर्णोद्धार किया गया है। इसके अलावा, 72,868 आहरों और पईनों को पुनर्जीवित कर उन्हें उपयोग के योग्य बनाया गया है। पुराने जलस्रोतों के संरक्षण और नए जलस्रोतों के निर्माण के परिणामस्वरूप, राज्य में लगातार गिर रहे भूजल स्तर में अब सुधार दिखने लगा है।

यह उल्लेखनीय है कि जल स्रोत भूजल स्तर को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। साथ ही, ये जल स्रोत अपने आसपास के पारिस्थितिकी तंत्र को भी संरक्षित करते हैं। इसी महत्व को समझते हुए राज्य सरकार जल-जीवन-हरियाली अभियान को सक्रिय रूप से चला रही है।

क्या है जल-जीवन-हरियाली अभियान:

जल-जीवन-हरियाली अभियान बिहार सरकार की एक दूरदर्शी पहल है, जिसकी शुरुआत 2 अक्टूबर 2019 को हुई थी। इस अभियान का लक्ष्य जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों को कम करना, भूजल स्तर को बढ़ाना और राज्य में हरियाली को बढ़ावा देना है। इसके तहत जल संरक्षण, व्यापक वृक्षारोपण और पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। जल संरक्षण के प्रयासों में पुराने तालाबों, कुओं और नदियों का जीर्णोद्धार करने के साथ-साथ वर्षा जल संचयन के लिए विशेष संरचनाएं भी बनाई जा रही हैं।

इस योजना के अंतर्गत, बिहार सरकार ने बड़ी संख्या में सार्वजनिक जल संरचनाओं का निर्माण और मरम्मत कार्य किया है। इसके अलावा, किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराने पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है। इस समग्र अभियान के माध्यम से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में पर्यावरणीय स्थिरता लाने का प्रयास किया जा रहा है, और अब राज्य सरकार के इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं।


संतोष श्रीवास्तव “अंजान जी”

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