दुमका, 9 अप्रैल, 2025: भागलपुर से दुमका के रास्ते रामपुर हाट तक मौजूदा रेलखंड के दोहरीकरण की बहुप्रतीक्षित तैयारी अब शुरू हो गई है। इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए बिहार, झारखंड और बंगाल के रेलवे अधिकारी अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में भूमि की पहचान करेंगे। पूर्व रेलवे ने भागलपुर, दुमका, रामपुर हाट और बीरभूम के अफसरों की एक संयुक्त टीम का गठन किया है। इन अधिकारियों को वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (फॉरेस्ट क्लीयरेंस) प्राप्त करने से लेकर सड़क आदि जैसे अन्य बुनियादी ढांचे के विकास के लिए आवश्यक भूमि की तलाश करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
तीनों राज्यों में होगा भूमि अधिग्रहण:
भूमि की पहचान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, तीनों राज्यों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। इस रेलखंड के दोहरीकरण से भागलपुर से दुमका और दुमका से रामपुर हाट होकर मालदा तक का रेल सफर काफी आसान हो जाएगा, जिससे यात्रियों और माल ढुलाई दोनों को सुविधा मिलेगी।
पूर्व रेलवे, कोलकाता के मुख्य अभियंता (निर्माण) अभय शर्मा ने एक दिन पहले ही ऑनलाइन माध्यम से भूमि अर्जन विभाग के पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें उन्होंने रेलवे को जल्द से जल्द आवश्यक भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया। भागलपुर से इस बैठक में कानूनगो अनिल प्रसाद सिंह को शामिल होने के लिए कहा गया था, लेकिन तकनीकी कारणों से वे बैठक में भाग नहीं ले सके।
एलायनमेंट के हिसाब से होगा भूमि अर्जन:
कानूनगो अनिल प्रसाद सिंह ने बताया कि इस परियोजना के लिए रेलवे को भूमि संबंधी विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत करना होगा। इस प्रस्ताव में एलायनमेंट और नक्शे के अनुसार अधिग्रहण योग्य खाता और खसरा संख्या की स्पष्ट जानकारी देनी होगी। इसके आधार पर, भू-अर्जन विभाग के अमीन द्वारा प्रस्तुत तथ्यों की गहन जांच की जाएगी और अमीन मौके पर जाकर भूमि का विस्तृत सर्वेक्षण करेंगे।
भागलपुर से दुमका होकर रामपुर हाट तक रेलखंड के दोहरीकरण की सूचना से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस महत्वपूर्ण रेल परियोजना के पूरा होने से बिहार, बंगाल और झारखंड के लोगों को आवागमन और व्यापार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होगा।
Santosh Srivastava “Anjaan Jee”