बिहार राज्य फसल सहायता योजना (खरीफ 2024): योग्य किसानों के आंकड़ों का सत्यापन शुरू

Subscribe & Share

पटना, 9 अप्रैल, 2025: बिहार राज्य फसल सहायता योजना के अंतर्गत खरीफ मौसम 2024 के लिए योग्य पाए गए किसानों के आंकड़ों के सत्यापन की प्रक्रिया आज से प्रारंभ हो गई है। इस योजना के तहत किसानों से आवेदन प्राप्त करने की अवधि 07 सितंबर, 2024 से 18 नवंबर, 2024 तक निर्धारित थी, जिसमें कुल 959502 किसानों ने आवेदन किया था।

आवेदनों की जिलावार संख्या की बात करें तो, पूर्वी चंपारण जिले से सर्वाधिक 150878 आवेदन प्राप्त हुए। इसके बाद भागलपुर से 86554, सीतामढ़ी से 79832 और भोजपुर जिले से 61335 आवेदन प्राप्त हुए। वहीं, सबसे कम आवेदन अरवल जिले से मात्र 15 प्राप्त हुए। रोहतास से 64, नवादा से 232 और बक्सर जिले से 355 आवेदन प्राप्त हुए थे।

उपज दर आंकड़ों के आधार पर, खरीफ 2024 मौसम में राज्य के 1061 ग्राम पंचायतों के 266023 आवेदक किसान फसल सहायता की पात्रता हेतु योग्य पाए गए हैं। योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार, योग्य ग्राम पंचायतों की सूची विभागीय पोर्टल पर अपलोड कर दी गई है और इन योग्य किसानों के आवेदित आंकड़ों के सत्यापन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

सभी योग्य आवेदक किसानों को विभागीय पोर्टल के माध्यम से अथवा अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त लिंक के माध्यम से अपनी आवेदित भूमि से संबंधित अद्यतन दस्तावेजों/स्वघोषणा पत्र को अनिवार्य रूप से अपलोड करना होगा। योग्य ग्राम पंचायतों के आवेदक किसानों के आवेदित आंकड़ों और अपलोड किए गए दस्तावेजों के सफल सत्यापन के उपरांत, स्वीकृत लाभार्थी किसानों को सहायता राशि का भुगतान DBT (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) के माध्यम से उनके आधार से जुड़े बैंक खाते में सीधे किया जाएगा।

यह योजना फसलों के उत्पादन में कमी की स्थिति में किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें अगली फसल के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने, प्रतिकूल परिस्थितियों में किसानों की आय को बनाए रखने और राज्य में कृषि को एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से खरीफ-2018 मौसम से राज्य सरकार द्वारा लागू की गई है।

योजना के तहत आवेदन करने के लिए किसानों को किसी भी प्रकार का शुल्क/प्रीमियम नहीं देना होता है। इस योजना में रैयत, गैर-रैयत और आंशिक रूप से रैयत तथा गैर-रैयत श्रेणी के किसान शामिल हैं। फसल क्षति की स्थिति में, थ्रेशहोल्ड उपज दर की तुलना में वास्तविक उपज दर में 20% तक की कमी होने पर ₹7,500 प्रति हेक्टेयर की दर से अधिकतम दो हेक्टेयर तक कुल ₹15,000 की सहायता राशि अनुमान्य है। वहीं, थ्रेशहोल्ड उपज दर की तुलना में वास्तविक उपज दर में 20% से अधिक की कमी होने पर ₹10,000 प्रति हेक्टेयर की दर से अधिकतम दो हेक्टेयर तक कुल ₹20,000 की सहायता राशि अनुमान्य है।

योजना के अंतर्गत खरीफ मौसम में धान, मक्का, सोयाबीन, आलू, बैंगन, टमाटर एवं गोभी तथा रबी मौसम में गेहूँ, रबी मकई, चना, मसूर, अरहर, राई-सरसों, ईख, प्याज, आलू, बैंगन, टमाटर, गोभी एवं मिर्च फसलें अधिसूचित हैं। मखाना फसल को भी योजना के अंतर्गत अधिसूचित करने की प्रक्रिया जारी है।

गौरतलब है कि योजना के अंतर्गत रबी 2024-25 मौसम के लिए आवेदन की प्रक्रिया वर्तमान में जारी है, जिसकी अंतिम तिथि 21 अप्रैल, 2025 निर्धारित है।


Santosh Srivastava “Anjaan Jee”

× Subscribe