खूंटी, झारखंड, 9 अप्रैल, 2025 – झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की खूंटी जिला इकाई में जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद को हटाने की मांग तेज हो गई है। पार्टी के कार्यकर्ता और नेता अब खुलकर इसके विरोध में सामने आ गए हैं। बुधवार को खूंटी में आयोजित एक प्रेस वार्ता में पार्टी के कई प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी व्यक्त की और केंद्रीय नेतृत्व से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कहा कि खूंटी के झामुमो जिलाध्यक्ष को हटाने की मांग लगातार केंद्रीय नेतृत्व से की जा रही है, लेकिन अब तक केंद्रीय नेतृत्व ने इस मामले को अनसुना कर दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
जिलाध्यक्ष की कार्यशैली से बढ़ रहा असंतोष: उपाध्यक्ष
प्रेस वार्ता में झामुमो के जिला उपाध्यक्ष मगन मंजीत तिडू समेत अन्य उपस्थित कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट रूप से कहा कि चुनाव के समय भी केंद्रीय नेतृत्व से झामुमो जिलाध्यक्ष को बदलने का आग्रह किया गया था, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने अब तक इस समस्या का समाधान नहीं निकाला है। उन्होंने चिंता जताई कि इस निष्क्रियता के कारण संगठन कमजोर हो रहा है और क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में गहरा असंतोष व्याप्त है। जिला उपाध्यक्ष मंजीत तिडू ने कहा कि वर्तमान जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद की कार्यशैली से खूंटी झामुमो संगठन नाराज है और लगातार इस मसले का हल निकालने के लिए प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व भी खूंटी के पार्टी स्तर के क्रियाकलापों से अवगत है। इसके बावजूद जिलाध्यक्ष को पद पर बनाए रखना जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर के संगठन की आवाज को दबाने के समान है, जिससे पार्टी संगठन कमजोर होगा। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से पार्टी संगठन के हित को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द जिलाध्यक्ष के मुद्दे का समाधान निकालने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष की मनमानी के कारण कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सभी प्रखंडों के अध्यक्ष और कार्यकर्ता गोलबंद
उपाध्यक्ष मगन मंजीत तिडू की अध्यक्षता में आयोजित इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिले के लगभग सभी प्रखंडों के प्रखंड अध्यक्ष एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनमें प्रमुख रूप से पूर्व केंद्रीय सदस्य डॉ. हेमंत तोपनो, प्रखंड सचिव महेंद्र सिंह मुंडा, प्रकाश मुंडा, खूंटी प्रखंड अध्यक्ष नंदराम मुंडा, अड़की अध्यक्ष चंद्र सहाय सोले, कर्रा अध्यक्ष संदीप हेरेंज, मुरहू अध्यक्ष सालन बोदरा, विजय सांगा, जॉनसन होरो, गंदुर मुंडा समेत जिले के सभी प्रखंडों के कार्यकर्ता शामिल थे।
उपाध्यक्ष मगन मंजीत तिडू ने प्रेस वार्ता में बताया कि केंद्रीय समिति को पहले ही अवगत करा दिया गया था कि जुबेर अहमद को हटाकर किसी अन्य को भी जिलाध्यक्ष बना दिया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय कमेटी ने बिना किसी रायशुमारी के जुबेर अहमद को जिलाध्यक्ष बना दिया। चुनाव से पहले से ही जिलाध्यक्ष को बदलने की मांग की जा रही थी और इस पर गांडेय विधायक ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया था कि 15 दिनों के भीतर उन्हें हटा दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसी कारण आज सभी एकजुट होकर जिलाध्यक्ष को हटाने की रणनीति बना रहे हैं।
मांग नहीं मानी गई तो कार्यकर्ता करेंगे आंदोलन: डॉ. हेमंत
वहीं, झामुमो के केंद्रीय सदस्य डॉ. हेमंत तोपनो ने भी जुबेर अहमद की कार्यशैली पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष 2007 से लगातार संगठन उन्हें जिलाध्यक्ष बना रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद संगठन के लोगों से दूरी बनाकर रखते हैं और उनका कार्यकर्ताओं से किसी भी तरह का कोई तालमेल नहीं है। कई अन्य कारणों के चलते जिलास्तरीय झामुमो ने यह फैसला लिया है कि जिलाध्यक्ष के पद से जुबेर अहमद को हटाकर किसी अन्य को जिम्मेदारी सौंपी जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि संगठन जिलाध्यक्ष को पार्टी पद से नहीं हटाता है तो आने वाले दिनों में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
Rajesh Mohan Sahay, Ranchi