उन्नयन एवं विस्तारीकरण के बाद पटना संग्रहालय होगा आकर्षण का केंद्र

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पटना, 17 अप्रैल, 2025: बिहार की राजधानी पटना का ऐतिहासिक संग्रहालय अब एक नए रूप और कलेवर में पर्यटकों और कला प्रेमियों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है। भवन निर्माण विभाग द्वारा ₹158 करोड़ की लागत से पटना संग्रहालय के उन्नयन, विस्तारीकरण और नव-निर्मित गैलरी में प्रदर्श अधिष्ठापन का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

इस महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत संग्रहालय में दो नई भव्य प्रदर्श दीर्घाओं का निर्माण किया गया है, जिन्हें क्रमशः गंगा दीर्घा और पाटली दिर्घा नाम दिया गया है। इन दोनों ही दीर्घाओं में प्रदर्श लगाने का कार्य लगभग अंतिम चरण में है। इसके साथ ही, संग्रहालय के ऐतिहासिक हेरिटेज भवन के संरक्षण का कार्य भी तेजी से प्रगति पर है, ताकि इसकी मूल संरचना और ऐतिहासिक महत्व को अक्षुण्ण रखा जा सके।

विस्तारीकरण परियोजना के तहत, संग्रहालय में 2डी प्रेक्षागृह, अस्थायी प्रदर्शनी हॉल, आधुनिक संग्रहालय कार्यालय, अत्याधुनिक संरक्षण प्रयोगशाला और कलाकृतियों को सुरक्षित रखने के लिए आधुनिक तकनीक से युक्त भंडार गृह का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया गया है। वर्तमान में, पुराने संग्रहालय भवनों के प्रदर्श दीर्घाओं के जीर्णोद्धार और नवीनीकरण का कार्य भी प्रगति पर है, जिससे आगंतुकों को एक नया और आधुनिक अनुभव मिल सके। इसके अतिरिक्त, संग्रहालय परिसर के विकास का कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिसमें लैंडस्केपिंग और अन्य नागरिक सुविधाएं शामिल हैं।

भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि ने इस परियोजना की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए बताया कि विभाग द्वारा पटना संग्रहालय के ऐतिहासिक भवनों और दीर्घाओं के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण के साथ-साथ परिसर का व्यापक विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पटना संग्रहालय को एक नया और आकर्षक आकार दिया जा रहा है, जिससे यह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटकों के लिए एक अनूठा गंतव्य बन सके।

श्री कुमार रवि ने यह भी कहा कि संग्रहालय के कार्य को तेजी और निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए लगातार कार्यों की समीक्षा की जा रही है। मूर्ति वाटिका में मूर्तियों की स्थापना और उनके बारे में सूचना प्रदर्शित करने का कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पटना संग्रहालय का उन्नयन एवं विस्तारीकरण कार्य पूर्ण होने के पश्चात यह पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र होगा। यह संग्रहालय लोगों को एक अनोखे और आकर्षक अंदाज में बिहार के गौरवशाली प्राचीन इतिहास के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।

नवनिर्मित गंगा दीर्घा में खूबसूरत कलाकृतियों और कलात्मक चित्रण के माध्यम से बिहार में गंगा नदी की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक यात्रा को सात विशिष्ट सांस्कृतिक क्षेत्रों से गुजरते हुए दर्शाया गया है। वहीं, पाटली दीर्घा में प्राचीन पाटलिपुत्र के पूर्ण वैभव को मेगास्थनीज और फाह्यान जैसे प्रसिद्ध यात्रियों के ऐतिहासिक उद्धरणों के साथ-साथ खूबसूरत कलाकृतियों और आकर्षक चित्रणों के माध्यम से जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया है।

यह उन्नयन एवं विस्तारीकरण परियोजना निश्चित रूप से पटना संग्रहालय को एक विश्व स्तरीय संस्थान के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को देश और दुनिया के सामने प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करेगी।


Santosh Srivastava “Anjaan Jee”

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