भोजपुर जिले में पत्नी और दो बच्चों की हत्या के आरोपी लालू यादव ने बीती रात करीब 11 बजे थाने से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। हालांकि, पुलिस ने बुधवार को उसे फिर से पकड़ लिया। इस घटना के बाद थानेदार नसीम खान और एसआई राजू कुमार के साथ-साथ चौकीदार महेंद्र राम को निलंबित कर दिया गया है।
आरा के अजीमाबाद थाना क्षेत्र के मिल्की टोला गांव में मंगलवार शाम को लालू यादव ने अपनी पत्नी और दूधमुंहे बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। पत्नी का सिर धड़ से अलग था और उसके शरीर पर कई जगह काटने के निशान थे। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन वह थाने से भाग निकला।
पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि आरोपी को एक चौकीदार और PSI द्वारा हाजत रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने के लिए बाहर लाया गया था, लेकिन इसी दौरान वह पुलिसकर्मियों को धक्का देकर फरार हो गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को बुधवार सुबह फिर से पकड़ लिया और संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
लालू यादव ने पहले अपनी पत्नी के साथ मारपीट की और फिर खंती से उसका गला काट दिया। उसने बच्चों की भी हत्या कर दी क्योंकि वे शोर मचा रहे थे। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है।
लालू यादव की शादी 2014 में सीमा देवी से हुई थी, और उनके चार बच्चे हैं। हत्या के समय घर में मौजूद नहीं होने के कारण दो बच्चों की जान बच गई। बच्चों की जान बुआ के घर जाने की वजह से बच गई, अन्यथा उनकी भी हत्या कर दी जाती।
एफएसएल टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच की है। सीमा देवी के पिता ने प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि लालू यादव अक्सर बेटी से मारपीट करता था और हत्या की धमकी भी देता था।