राष्ट्रपति भवन का अमृत उद्यान 2 फरवरी से 30 मार्च 2025 तक आम जनता के लिए खुलने जा रहा है। यह उद्यान देश के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हर साल विशेष अवसरों पर जनता के लिए खोला जाता है। इस बार, उद्यान में एक नई खूबसूरती और विविधता देखने को मिलेगी, क्योंकि यह दक्षिण भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को प्रदर्शित करेगा।
दिल्ली : अमृत उद्यान का उद्घाटन 2 फरवरी 2025 को होगा और यह 30 मार्च तक आम जनता के लिए खुला रहेगा। उद्यान को सप्ताह में छह दिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक देखा जा सकेगा, जिसमें सोमवार को रखरखाव के कारण बंद रखा जाएगा। साथ ही, उद्यान कुछ अन्य विशेष दिनों पर भी बंद रहेगा, जैसे कि 5 फरवरी (दिल्ली विधानसभा चुनाव के कारण), 20 और 21 फरवरी (राष्ट्रपति भवन में आगंतुकों का सम्मेलन), और 14 मार्च (होली के कारण)।
अमृत उद्यान का प्रवेश और निकासी राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 35 से होगा, जो उत्तर एवेन्यू और राष्ट्रपति भवन के मिलन स्थल के पास स्थित है। आगंतुकों की सुविधा के लिए, केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन से गेट नंबर 35 तक शटल बस सेवा उपलब्ध होगी, जो हर 30 मिनट में सुबह 9:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक चलेगी। यह शटल सेवा खासतौर पर उन लोगों के लिए बहुत सहायक होगी, जो सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते हुए उद्यान का दौरा करना चाहते हैं।
इसके अतिरिक्त, अमृत उद्यान कुछ विशेष श्रेणियों के लिए कुछ तिथियों पर खोला जाएगा। इन विशेष तिथियों में 26 मार्च को विकलांग व्यक्तियों के लिए, 27 मार्च को रक्षा, अर्धसैनिक और पुलिस बलों के कर्मचारियों के लिए, 28 मार्च को महिलाओं और आदिवासी महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों के लिए, और 29 मार्च को वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रवेश विशेष रूप से खुला रहेगा। इन विशेष तिथियों पर इन श्रेणियों के लोग बिना किसी शुल्क के उद्यान का दौरा कर सकेंगे।
अमृत उद्यान में प्रवेश पूरी तरह से निःशुल्क होगा। आम लोग वेबसाइट https://visit.rashtrapatibhavan.gov.in/ पर जाकर अपनी बुकिंग कर सकते हैं। साथ ही, वॉक-इन प्रवेश भी उपलब्ध रहेगा, जिससे लोगों को अपनी पसंदीदा तारीख और समय पर उद्यान देखने का अवसर मिलेगा।
अमृत उद्यान का एक और खास आकर्षण “विविधता का अमृत महोत्सव” होगा, जो 6 से 9 मार्च 2025 तक आयोजित किया जाएगा। यह महोत्सव विशेष रूप से दक्षिण भारत की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को प्रदर्शित करेगा। इस महोत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य, संगीत और शिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जो देशभर के दर्शकों को भारतीय संस्कृति की विविधता और एकता का अहसास कराएंगे।
अमृत उद्यान की यह पहल लोगों को प्रकृति के करीब लाने और भारत की सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराने का एक बेहतरीन प्रयास है। यह उद्यान न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक एकता के संदेश को भी बढ़ावा देता है।