पटना, 02 मई, 2025: आगामी नीट (NEET) परीक्षा 2025 के मद्देनजर साइबर सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतने की आवश्यकता को देखते हुए एक महत्वपूर्ण एडवाईजरी जारी की गई है। यह सर्वविदित है कि साइबर अपराधी और असामाजिक तत्व परीक्षा के प्रश्न पत्र और उत्तर पत्र उपलब्ध कराने के नाम पर भोले-भाले लोगों से पैसे ठगने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं। ऐसे प्रयासों से बचाव और सतर्क रहने की सख्त आवश्यकता है।
इस संबंध में निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान देते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है:
- यदि आपको नीट परीक्षा से संबंधित प्रश्न पत्र या उत्तर पत्र उपलब्ध कराने का दावा करने वाले किसी भी अज्ञात व्यक्ति का फर्जी कॉल या सोशल मीडिया/ई-मेल पर कोई संदेश प्राप्त होता है और वह पैसे की मांग करता है, तो तुरंत सतर्क हो जाएं और इसकी सूचना तत्काल अपने नजदीकी थाने या साइबर थाने में दें।
- यदि आपको इस परीक्षा से संबंधित कोई भी अफवाहजनक या भ्रम फैलाने वाला संदेश मिलता है, तो कृपया उसे किसी अन्य व्यक्ति या समूह में आगे न भेजें।
- अगर किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई प्रश्न पत्र या उत्तर पत्र वायरल करने की बात सामने आती है, तो तुरंत पोस्ट करने वाले व्यक्ति और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (URL) की जानकारी संबंधित थाने या साइबर थाने को दें, ताकि इसकी सत्यता की तुरंत जांच की जा सके और दोषी व्यक्ति का पता लगाकर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
- इस परीक्षा से संबंधित किसी भी प्रकार की साइबर ठगी या संदिग्ध गतिविधि की सूचना आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना में कार्यरत सोशल मीडिया पेट्रोलिंग एवं मॉनिटरिंग यूनिट के मोबाइल/व्हाट्सएप नंबर 8544428404 और ईमेल आईडी specyber.eou@gov.in पर तुरंत दें। आपकी सूचना पर शीघ्र जांच पड़ताल और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- ऐसे फर्जी कॉल द्वारा साइबर ठगी से संबंधित सूचना राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCCRP) के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी अवश्य दर्ज कराएं।
महत्वपूर्ण नोट: यह भी उल्लेखनीय है कि परीक्षा में कदाचार को रोकने के लिए The Public Examinations (Prevention of Unfair Means) Act, 2024 के तहत 10 साल तक का कारावास और एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके साथ ही, नए कानून भारतीय न्याय संहिता, 2023 में भी परीक्षा में कदाचार को रोकने के लिए कठोरतम कानून बनाए गए हैं। इसलिए, किसी भी प्रकार के अनुचित साधनों का प्रयोग करने से बचें और सतर्क रहें।
Santosh Srivastava “Anjaan Jee”
Editor in Chief and Publisher