सीएचओ परीक्षा में धांधली: सेंटर मैनेज करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, मुख्य सरगना समेत दो गिरफ्तार

Subscribe & Share

पटना, 8 अप्रैल, 2025: बिहार राज्य स्वास्थ्य सोसाइटी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (CHO) की नियुक्ति हेतु आयोजित ऑनलाइन परीक्षा में धांधली करने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य सरगना और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा CHO के 4500 रिक्त पदों के लिए अधिसूचना संख्या 07/2024 जारी की गई थी। इस भर्ती के लिए CBT (कंप्यूटर आधारित टेस्ट) आधारित 12 ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जा रही थी। जांच में पाया गया कि एक संगठित गिरोह ने परीक्षा केंद्रों के संचालकों, परीक्षा आयोजित करने के लिए अधिकृत कंपनी वी शाइन टेक प्राइवेट लिमिटेड और अन्य लोगों के साथ मिलीभगत कर प्रोक्सी सर्वर और रिमोट एक्सेस एप्लीकेशन के माध्यम से धांधली की साजिश रची थी। गिरोह ने कुछ परीक्षार्थियों से 4.5 लाख रुपये की डील कर उनके कंप्यूटर का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर सोल्वर गैंग की मदद से परीक्षा में धोखाधड़ी करने का प्रयास किया। इस संबंध में आर्थिक अपराध थाना में कांड संख्या 28/2024 दर्ज कर आगे की जांच शुरू की गई थी।

EOU की विशेष जांच टीम (SIT) मुख्य सरगना और प्राथमिकी अभियुक्त रवि भूषण, निवासी मुबारकपुर, थाना बेना, जिला नालंदा की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी। इसी क्रम में, पटना के भागवतनगर में उसके छिपे होने की सूचना मिलने पर SIT के सदस्यों ने 7 अप्रैल, 2025 की रात को उसे उसके सहयोगी शशि रंजन उर्फ हैप्पी, निवासी बेसौर, थाना रहुई, जिला नालंदा के साथ भागवतनगर, पटना से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 03 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

पूछताछ में अभियुक्तों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि रवि भूषण ने आदित्य कुमार के साथ-साथ अपने भाइयों अवध भूषण और भरत भूषण तथा अन्य सहयोगियों की मदद से ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों के मालिकों/संचालकों और कर्मचारियों को मोटी रकम देकर उनके साथ मिलकर CBT परीक्षा केंद्रों को मैनेज किया था। रवि भूषण और शशि रंजन ने प्रोक्सी सर्वर बनाया और उसे मेन सर्वर से जोड़ा। इसके बाद प्रोक्सी सर्वर से सेटिंग किए गए अभ्यर्थियों के कंप्यूटर में अलग लाइन देकर और उनके कंप्यूटर का एक्सेस हासिल कर उनके प्रश्नों को हल करते थे।

जांच में यह भी पता चला कि रवि भूषण वर्ष 2017 से ही ऑनलाइन CBT परीक्षा केंद्रों पर मानव बल आपूर्तिकर्ता का काम करता था और उसने पटना बाईपास के जकरियापुर क्षेत्र में गैलेक्सी ऑनलाइन सेंटर से ही वर्ष 2017 में अपना यह गोरखधंधा शुरू किया था। धीरे-धीरे उसने ऑनलाइन CBT परीक्षा को मैनेज करने का काम शुरू कर दिया।

गिरोह अन्य कई परीक्षाओं में भी मैनेजिंग और सेटिंग करने की कोशिश कर रहा था। इनकी महत्वाकांक्षा बढ़ती गई और इन्होंने अन्य परीक्षाओं को मैनेज करने के उद्देश्य से मुंबई और दिल्ली में भी अपना ठिकाना बनाया था। इनके द्वारा “वेव ब्रॉन्ज टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड” नाम की एक ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने वाली कंपनी भी चलाई जा रही थी, जो कि ROC, मुंबई से पंजीकृत है। इसके अतिरिक्त, सरगना रवि भूषण और उसके भाई भरत भूषण की इस कंपनी ने दिसंबर 2024 में AIIMS, मंगलगिरी (आंध्र प्रदेश) में भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा का टेंडर भी प्राप्त किया था, लेकिन बिहार में CHO परीक्षा में प्रश्न लीक मामले में रवि भूषण और अन्य अभियुक्तों का नाम आने के बाद इस परीक्षा को स्थगित कर दिया गया।

इस कांड में अब तक 40 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है और मामले की गहन जांच जारी है। EOU इस संगठित गिरोह के नेटवर्क और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान करने के लिए लगातार प्रयासरत है।


Santosh Srivastava “Anjaan Jee”
Editor in Chief and Publisher

× Subscribe