संजय कुमार विनीत : राजधानी में बीजेपी की जीत से हम सुप्रिमो पुर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इतने गदगद हो गये कि यहाँ तक कह दिया कि दिल्ली तो झांकी है, बिहार बाकी है “। हम सुप्रिमो के इस वयान के बाद दिल्ली के चुनावी नतीजों का बिहार विधानसभा चुनाव पर कितना असर पड़ेगा, इस पर चर्चा प्रारंभ हो गयी है। इसी साल अक्टूबर- नवंबर राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाला है और पक्ष और विपक्षी पार्टियां इसे लेकर उत्साहित दिख रहे हैं।
एनडीए के नेता दावा कर रहे हैं कि दिल्ली के नतीजे बिहार के चुनावी भविष्य के संकेत दे रहे हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतनराम मांझी की अहम प्रतिक्रिया सामने आई है। दिल्ली में एनडीए की सरकार पर खुशी जताते हुए कहा है कि बिहार में भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनेगी। दिल्ली चुनाव परिणाम से उत्साहित एनडीए नेताओं ने तो अपना लक्ष्य 200 पार का बना लिया है और इसे लेकर 225 विधानसभा सीटों पर महीनों पहले तैयारी शुरू भी कर दिया गया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की अप्रत्याशित जीत पर वहीं आरजेडी की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि बिहार का चुनाव पर दिल्ली चुनाव परिणाम का कोई असर नहीं पडने वाला, बल्कि यहाँ झारखंड चुनाव परिणाम का असर पडेगा। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में इस बार लोग बदलाव के लिए वोट करेंगे और जिस तरीके के परिणाम झारखंड में आए थे उसका असर बिहार में देखने को मिलेगा। दिल्ली चुनाव परिणाम का बिहार पर कोई असर नहीं होगा।