रांची, 19 मार्च 2025: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने विधानसभा परिसर में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि अगर बाबूलाल मरांडी एक भी बांग्लादेशी घुसपैठी का प्रमाण पेश कर दें, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
मंत्री डॉ. अंसारी ने यह आरोप भी लगाया कि बाबूलाल मरांडी झारखंड और राज्य के अल्पसंख्यक मुसलमानों को बेवजह बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मरांडी की बयानबाजी से बच्चों तक को चिढ़ाया जाता है और उन्हें बांग्लादेशी कहा जाता है, जो राज्य के सौहार्द और सांप्रदायिक harmony के लिए खतरनाक है।
“हम कभी भी राज्य का सौहार्द बिगाड़ने वाले लोगों को बर्दाश्त नहीं करेंगे,” डॉ. अंसारी ने जोर दिया। उन्होंने बाबूलाल मरांडी को नसीहत देते हुए कहा कि अगर उन्हें घुसपैठ के बारे में कोई जानकारी चाहिए, तो वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से संपर्क कर सकते हैं, क्योंकि सीमा पर उनके जवान तैनात हैं।
इसके साथ ही, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बाबूलाल मरांडी के बयान झारखंड के विकास को अवरुद्ध करने की कोशिश हैं और भाजपा के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा का सूपड़ा साफ हो चुका है और राज्य की जनता ने भाजपा को नकार दिया है।
डॉ. अंसारी ने मरांडी पर तंज कसते हुए कहा, “एनआरसी और बांग्लादेशी घुसपैठ की बातें अब पुरानी हो गई हैं। ये कभी पाकिस्तान का राग अलापते थे। अब बांग्लादेश और पाकिस्तान का नाम लेने से कुछ नहीं होगा।”
मंत्री ने यह भी कहा कि झारखंड की सरकार हमेशा विकास और समृद्धि की दिशा में काम करेगी और राज्य को देश की अग्रणी पंक्ति में खड़ा करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार हर वर्ग के लिए काम कर रही है और राज्य के आदिवासियों का हक दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
डॉ. अंसारी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका मकसद केवल हिन्दू-मुसलमान के बीच विभाजन करना है, जबकि राज्य सरकार का ध्यान सभी समुदायों को साथ लेकर आगे बढ़ने पर है।