हजारीबाग, [24.03.2025] – हजारीबाग पुलिस ने एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव हत्याकांड का सफलतापूर्वक खुलासा कर दिया है और इस मामले में चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस वारदात में प्रयुक्त पिस्टल और अन्य सामान भी जब्त किए हैं। इस खुलासे की जानकारी रेंज के डीआईजी संजीव कुमार और एसपी अरविंद कुमार सिंह ने सोमवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
एनटीपीसी के डिस्पैच डीजीएम कुमार गौरव की हत्या गैंगस्टर अमन साव के करीबी द्वारा करवाई गई थी, जो पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। इस हत्या का उद्देश्य कोयला कंपनी में दहशत फैलाना था। पुलिस ने मुख्य शूटर सहित चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है।
डीआईजी संजीव कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अपराधी विभिन्न भूमिकाओं में शामिल थे: डीजीएम कुमार गौरव को गोली मारने वाला शूटर, रेकी करने वाला व्यक्ति, शूटर को मोटरसाइकिल से लेकर जाने वाला और हथियार आपूर्ति करने वाला आरोपी। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, मोटरसाइकिल, नकद और अन्य सामान बरामद किए हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम:
- मिंटू कुमार पासवान (छोटा क्षत्रि), शूटर, लोहार मुहल्ला, बड़कागांव
- मनोज माली, रेकी करने वाला, जोरदाग माली टोला, केरेडारी
- राहुल मुंडा (मिरिंडा), बड़कागांव, पुराना पानी नापोखुर्द
- अजय यादव, हथियार सप्लायर, इटखोरी, चतरा
पुलिस ने इन सामानों को जब्त किया:
- 7.65 बोर की पिस्टल
- तीन कारतूस
- एक मैगजीन
- बिना नंबर की एक लाल रंग की पल्सर मोटरसाइकिल
- रेकी में इस्तेमाल काले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल (जेएच 02बीपी-9888)
- हेलमेट, लाल रंग का जैकेट, टी-शर्ट, जीन्स और जूते
डीआईजी ने कहा कि अपराधियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डंप के आधार पर की गई। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह भी खुलासा हुआ कि गिरोह में शामिल होने के बाद युवकों को पैसे दिए जाते थे और मिंटू पासवान को शूटर बनाने के लिए ट्रेनिंग दी गई थी।
जांच जारी है और मामले से जुड़ी अन्य जानकारी समय-समय पर साझा की जाएगी।