अंतर्राष्ट्रीय बधिर दिवस और 42वें वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन पटना में

Spread the love

पटना, 27 सितंबर 2024: जे.एम. इंस्टीट्यूट ऑफ स्पीच एंड हीयरिंग ने आज अंतर्राष्ट्रीय बधिर दिवस और अपने 42वें वार्षिकोत्सव का भव्य समारोह आयोजित किया। यह आयोजन रवीन्द्र भवन, वीरचन्द पटेल पथ पर संपन्न हुआ, जिसमें कई विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान और दीप प्रज्वलन से हुई। संस्थान की उपाध्यक्ष, श्रीमती ऋचा शर्मा ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए संस्थान की प्रगति और बधिर समुदाय के प्रति उसके कर्तव्यों पर प्रकाश डाला।

संस्थान के अध्यक्ष, डॉ. (श्रीमती) मनीषा कुमारी ने 42 वर्षों की यात्रा का संक्षिप्त विवरण दिया। उन्होंने बताया कि संस्थान 1982 में एक छोटे स्तर पर स्थापित हुआ था और अब यह 800 पूर्णकालिक कर्मचारियों के साथ एक 800 बिस्तरों वाले आधुनिक दातव्य अस्पताल में परिवर्तित हो चुका है। उन्होंने गर्व से कहा कि 2021 से 150 छात्रों के एम.बी.बी.एस. पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई है।

महासचिव श्री राजीव कुमार ने वार्षिक प्रतिवेदन 2023-2024 का प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने बताया कि यह वर्ष संस्थान के लिए परिवर्तनकारी रहा है, जिसमें विशेष शिक्षा, पुनर्वास, और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। पूर्व मुख्य आयुक्त, विकलांगता, भारत सरकार, डॉ. मनोज कुमार ने विकलांग व्यक्तियों के मुख्यधारा में लाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि संस्थान ने समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

बिहार के उप मुख्यमंत्री, श्री सम्राट चौधरी ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में संस्थान के योगदान की प्रशंसा की तथा समाज कल्याण मंत्री, श्री मदन सहनी ने संस्थान के कार्यों की सराहना की और दिव्यांगों के लिए विभाग की योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने समावेशी समाज के निर्माण पर जोर दिया जबकि राजस्व और भूमि सुधार विभाग के मंत्री, श्री दिलीप कुमार जायसवाल ने दिव्यांगों के समावेशिता के महत्व पर बल दिया।

इस अवसर पर, जागेश्वरी सम्मान-2024 श्री राकेश कुमार और जे.एम. दिव्यांग प्रेरणा पुरस्कार-2024 श्री सुधांशु कुमार सिन्हा को प्रदान किया गया। इसके अलावा, जे.एम. शिक्षण समृद्धि पुरस्कार-2024 श्री सतीश कुमार को उनके योगदान के लिए मिला।

कार्यक्रम के अंत में, संस्थान के बधिर और मंद बुद्धि बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिसमें लोक गीतों पर नृत्य ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। इस प्रकार, यह समारोह बधिर समुदाय की उपलब्धियों का उत्सव बन गया, जिसमें सभी ने मिलकर दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों और गरिमा के लिए काम करने का संकल्प लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Subscribe