रांची, 06 जून, 2025: रांची में विवादों में घिरे मेकॉन-सिरमटोली फ्लाईओवर का आज, पर्यावरण दिवस के अवसर पर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधिवत उद्घाटन कर दिया। खास बात यह है कि यह उद्घाटन झारखंड बंद के ठीक 24 घंटे के भीतर हुआ है, जिसका आह्वान आदिवासी संगठनों ने फ्लाईओवर के रैंप को लेकर किया था। मुख्यमंत्री ने इस नवनिर्मित फ्लाईओवर का नाम ‘कार्तिक उरांव पथ’ रखने की घोषणा की।
मेकॉन चौक स्थित वन भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने पौधारोपण कर लोगों को पर्यावरण दिवस की बधाई दी और बढ़ते पर्यावरणीय संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की।
पर्यावरण बचाने की अपील और प्लास्टिक प्रदूषण पर चिंता
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में कहा, “स्थिति यह हो गई है कि जंगल के जानवर अब शहरों की ओर आने लगे हैं। पूरी दुनिया पर्यावरण बचाने को लेकर चिंतित है।” उन्होंने हर व्यक्ति से कम से कम “एक पेड़ जरूर बचाने” की अपील की और कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए केवल कानून पर्याप्त नहीं, बल्कि जन जागरूकता बेहद जरूरी है।
फ्लाईओवर का विवरण और विवाद पर विराम
लगभग 355.76 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह 4-लेन फ्लाईओवर लगभग 2.34 किलोमीटर लंबा है, जो सिरमटोली चौक से राजेंद्र चौक होते हुए मेकॉन गोलचक्कर तक जाता है। यह फ्लाईओवर एयरपोर्ट और अन्य क्षेत्रों के यात्रियों के लिए आवागमन में बड़ी सहूलियत लाएगा।
इस फ्लाईओवर का रैंप सिरमटोली सरना स्थल के निकट उतरने को लेकर आदिवासी संगठनों द्वारा तीव्र विरोध किया जा रहा था, जिसके चलते 4 जून को संपूर्ण झारखंड बंद का आह्वान किया गया था। हालांकि, सरकार ने इन मांगों को खारिज करते हुए बंद के ठीक बाद उद्घाटन कर दिया। विवाद के बावजूद, प्रशासन ने सरना स्थल के पास रैंप की ऊंचाई को 124 फीट से घटाकर 84 फीट कर दिया है।
पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने बताया कि नवीनतम तकनीक से बना यह फ्लाईओवर कई बाधाओं के बावजूद तीन साल से भी कम समय में पूरा किया गया है, जो विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
Rajesh Mohan Sahay
News Editor (Ranchi)