बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण और खुशखबरी सामने आई है। मोदी सरकार ने राज्य को 2766 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता प्रदान की है। यह राशि ब्याज रहित ऋण के रूप में दी जा रही है, जिसका भुगतान 50 वर्षों में किया जाएगा। बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस बड़े तोहफे की जानकारी दी। सम्राट चौधरी वित्त विभाग के भी मंत्री हैं।
कैसे खर्च होगा यह पैसा?
सम्राट चौधरी के अनुसार, यह राशि राज्य की विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर खर्च की जाएगी, जिनमें सड़क निर्माण, मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, एएनएम स्कूल और छात्रावास, विद्युत उप-केंद्र एवं वितरण लाइनों, पुलिस भवन, विद्यालय भवन, पेयजल आपूर्ति के लिए आधारभूत संरचना, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण परियोजनाएं, और पर्यटन केंद्रों का निर्माण शामिल है।
बिहार के लिए केंद्रीय सहायता में वृद्धि
सम्राट चौधरी ने यह भी बताया कि बिहार को केंद्रीय सहायता की राशि में लगातार वृद्धि हो रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निरंतर प्रयासों के कारण बिहार को पूंजीगत योजनाओं के लिए अतिरिक्त सहायता मिल रही है। वर्ष 2020-21 से अब तक राज्य को ब्याज रहित ऋण के रूप में 19,360 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। इसके अलावा, वर्ष 2024-25 में अब तक राज्य को 11,522 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं, जिसमें बिहार के लिए निर्धारित 5,532 करोड़ रुपये के अतिरिक्त 2,766 करोड़ रुपये भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्रा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने प्रगति यात्रा के कार्यक्रम में मामूली बदलाव किया है। 28 जनवरी को वे पूर्णिया में रहेंगे और उसी दिन रात को पटना लौटेंगे। 29 जनवरी को वे कटिहार, जबकि 30 जनवरी को मधेपुरा में रहेंगे। 5 फरवरी को वे मुंगेर जाएंगे, जो पहले 6 फरवरी को निर्धारित था। इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई विकास योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे।
बिहार के लोगों के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है, जो राज्य के समग्र विकास में मदद करेगी।