प्रेमानंद महाराज जी की पदयात्रा पुनः प्रारंभ होगी

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न्यूज़ डेस्क : प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की श्री कृष्ण शरणम् से श्री हित राधा केली कुंज तक देर रात में निकाली जाने वाली पदयात्रा फिर कल से शुरू की जा सकती है। पदयात्रा का विरोध करने वाली एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने रविवार को संत प्रेमानन्द महाराज से भेंट कर कृत्य के लिये माफ़ी मांगी है। इसके साथ ही उन्‍होंने उसी मार्ग पर फिर यात्रा शुरू करने की अपील की है। ब्रजवासियों ने भी महाराज जी से मुलाकात कर पदयात्रा प्रारंभ करने की विनती की है। महाराज जी ने कर रात्रि दो बजे से पुराने रास्ते से ही पदयात्रा प्रारंभ करने का आश्वासन दिया है‌।

संत प्रेमानन्द महाराज ने कहा कि ब्रजवासियों के प्रति थोड़ा भी अपराध भगवत प्राप्ति में बाधा पहुंचा देगा। शनिवार को आश्रम की ओर से सोशल मीडिया साइट पर बने भजन मार्ग नामक पेज पर जारी वीडियो में प्रेमानन्द महाराज ने कहा कि ये न सोचें कि हम विरक्त हैं, वो गृहस्थ हैं। यहाँ सब चिदानंद स्वरुप हैं जो धाम की रज में माँ के गर्भ से प्रकट हुए। उनके सौभाग्य की समानता आप तपस्या करके भी प्राप्त नहीं कर सकते, साधना करके उनकी बराबरी नहीं कर सकते। उनके चरणों में शीश झुकाने से ही आपका मंगल है।

इसके बाद विरोध करने वाले सोसाइटी अध्यक्ष ने महाराज जी से मिलकर माफी मांगी और कहा कि यात्रा के दौरान आतिशबाजी करने वाले ने सोसाइटी के चबूतरा पर आतिशबाजी चला दी तो आवाज अंदर चली गई। जिसके बाद कुछ यू-ट्यूबरों ने फेमस होने के लिये कॉलोनी निवासियों को भड़का दिया। भ्रम फैला दिया और यह मौका तक नहीं दिया कि कॉलोनीवासी बाबाजी से मिलकर बात कर सकें। विरोध करने वाले कॉलोनीवासियों को भी पश्चाताप हो रहा है, उनसे रोज बात हो रही हैं। वे मान रहे हैं कि गलत हो गया पर हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। सोसाइटी अध्यक्ष ने प्रेमानन्द महाराज से उसी मार्ग पर दोबारा यात्रा निकालने की अपील की।

बताया जाता है कि प्रेमानंद महाराज जी के यात्रा में आतिशबाजी और ढोल नगाड़े की आवाज को लेकर ग्रीन सिटी सोसाइटी वाले ने विरोध जताया था। बाबा धीरेंद्र शास्त्री और अनिरूद्धाचार्य के इसपर दिये वयान को हवा देकर कुछ स्थानीय सोशल मीडिया वाले लामबंद करने में सफल हो गये थे। धर्म गुरु बाबा धीरेन्द्र शास्त्री और अनिरुद्धाचार्य के बयान सामने आने के बाद ब्रजवासी लामबंद हो गए थे। उन्होंने चेतावनी देते हुए पंचायत कर दी। इसके बाद ब्रजवासियों के विरोध को देखते हुए पहले धीरेंद्र शास्त्री ने और अब अनिरुद्धाचार्य महाराज ने ब्रजवासियों से माफी मांग ली है और उन्होंने ब्रजवासियों की महत्वता को बताते हुए कहा कि इस मामले को आपसी सामंजस्य के साथ निपटा लेना चाहिए। धर्म गुरुओं ने अपने शब्दों को वापस ले लिया है।

अब यह मामला पुर्णतया निपटा लिया गया है। अब प्रेमानंद महाराज जी की पदयात्रा प्रारंभ होगी और स्थानीय लोग सहित दूर दराज से आये लोग इस खुशनुमा वातावरण में महाराज जी का सानिध्य प्राप्त कर पायेंगे।

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