बिस्तर के नीचे 1.87 करोड़ कैश, बोरी भर गहने: बेतिया के DEO रजनीकांत कैसे बने धनकुबेर?

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बेतिया | बिहार के बेतिया जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) रजनीकांत प्रवीण पर पद का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है। स्पेशल विजिलेंस टीम ने रजनीकांत प्रवीण के बेतिया, समस्तीपुर, मधुबनी, दरभंगा समेत सात ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान 1.87 करोड़ रुपये नकद, बड़ी मात्रा में सोने-चांदी के गहने और प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद किए गए।

विजिलेंस के शिकंजे में DEO रजनीकांत

स्पेशल विजिलेंस टीम की छापेमारी में रजनीकांत प्रवीण के घर से भारी मात्रा में नकदी और संपत्ति का खुलासा हुआ। बेतिया स्थित उनके आवास पर बिस्तर के नीचे 1.87 करोड़ रुपये नकद और बोरियों में भरे गहने बरामद किए गए। इसके अलावा, कई बैंकों में खातों, लॉकर और एफडी की जानकारी भी सामने आई है। प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला कि उनके बेटे और बेटी के नाम पर भी कई निवेश किए गए हैं।

परिवार और संदिग्ध फ्रेंचाइजी कनेक्शन

रजनीकांत प्रवीण नालंदा जिले के पोखरपुर गांव के रहने वाले हैं। हालांकि, पिछले 15 वर्षों से उनके पैतृक आवास पर ताला लगा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि वह कभी-कभार पूजा के लिए ही गांव आते थे। उनकी पत्नी सुषमा कुमारी के नाम पर दरभंगा में बिरला ओपन माइंड नामक प्राइवेट स्कूल की फ्रेंचाइजी है। यह भी संदेह है कि इस फ्रेंचाइजी के माध्यम से उन्होंने अवैध धन को सफेद किया।

19 साल की सेवा और पद का दुरुपयोग

रजनीकांत प्रवीण बिहार शिक्षा विभाग के 45वें बैच के अधिकारी हैं और 2005 में सेवा में आए। उन्होंने दरभंगा, समस्तीपुर और अन्य जिलों में शिक्षा पदाधिकारी के रूप में कार्य किया। उनकी पत्नी सुषमा कुमारी पहले संविदा शिक्षिका थीं, लेकिन अब उन्होंने नौकरी छोड़कर स्कूल का संचालन शुरू कर दिया है।

आय से अधिक संपत्ति का खुलासा

आय से अधिक संपत्ति की शिकायत के आधार पर यह छापेमारी गुरुवार सुबह शुरू हुई। रजनीकांत प्रवीण ने अपने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की। छापेमारी में बरामद नकदी को गिनने के लिए मशीनें मंगाई गईं। अब तक की बरामदगी में नकदी, गहने और प्रॉपर्टी के दस्तावेज के अलावा उनकी पत्नी और बच्चों के नाम पर भी कई संपत्तियां होने का खुलासा हुआ है।

छापेमारी जारी, बढ़ सकती है बरामदगी

स्पेशल विजिलेंस टीम की कार्रवाई बेतिया, समस्तीपुर, मधुबनी, दरभंगा समेत सात ठिकानों पर जारी है। अब तक की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। माना जा रहा है कि आगे की जांच में बरामदगी की सूची और लंबी हो सकती है। इस छापेमारी के बाद शिक्षा विभाग ने रजनीकांत प्रवीण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

जांच पूरी होने के बाद ही रजनीकांत प्रवीण की अवैध संपत्ति और काले धन का पूरा हिसाब सामने आ पाएगा।

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