Anjaan Jee : Editor in Chief & Publisher
बालिकाओं ने दिखाई प्रतिभा, प्रतियोगिताओं में जीते पुरस्कार
समाज कल्याण विभाग, झारखंड सरकार के निर्देश और उपायुक्त अजय नाथ झा के मार्गदर्शन में शनिवार को जिले के सभी कस्तूरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालयों में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर विशेष प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में रंगोली, पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। जिले के सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं के पर्यवेक्षण में संपन्न इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त छात्राओं को लंच बॉक्स, वॉटर बोतल एवं छाता देकर पुरस्कृत किया गया।

विद्यालय के संचालक ने बताया कि इस दिवस का उद्देश्य बालिकाओं को सशक्त बनाना है। इसे 2012 से मनाया जा रहा है ताकि बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर ध्यान दिया जा सके। 2025 के अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का थीम “मैं जो लड़की हूं, मैं जो बदलाव लाती हूं : संकट के अग्रिम मोर्चे पर लड़कियां” रखा गया है, जो बालिकाओं के सशक्तिकरण और मानवाधिकारों की पूर्ति को बढ़ावा देता है।
बाल विवाह के खिलाफ व्यापक अभियान की मांग
कसमार में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख नियोती दे और अंचलाधिकारी सह बाल विवाह निषेध पदाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इस दौरान नागरिक समाज संगठन सहयोगिनी ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा, जिसमें जिले में दिवाली से 26 जनवरी 2026 तक बाल विवाह के खिलाफ सघन अभियान चलाने में प्रशासन से सहयोग की मांग की गई। सहयोगिनी के निदेशक गौतम सागर ने कहा कि जिले में अभी भी बाल विवाह की समस्या मौजूद है और प्रशासन के नेतृत्व में इस अभियान से इसे रोकने में मदद मिलेगी।

मुख्य अतिथि नियोती दे ने कहा कि आज की बालिका कल की नींव है। हर बेटी में अनंत संभावनाएं हैं, उन्हें अवसर और प्रोत्साहन देना हमारा दायित्व है। अंचल अधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह ने बालिकाओं को सशक्त बनाने को समाज की सबसे बड़ी पूंजी बताया। महिला सुपरवाइजर सुषमा गुप्ता और नूतन कुमारी ने शिक्षा और स्वास्थ्य के महत्व पर विचार साझा किए।
सहयोगिनी ने बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की सफलता के लिए कानून के सख्ती से पालन को मुख्य कारण बताया। ज्ञापन में जिला प्रशासन से आग्रह किया गया कि विवाह संपन्न कराने वाले पुरोहित वर्ग और अन्य जुड़े लोगों को स्पष्ट हिदायत दी जाए कि बाल विवाह में किसी भी तरह की मदद गैरकानूनी है और इसके लिए कार्रवाई हो सकती है। इसके साथ ही उन पंचायतों को बाल विवाह मुक्त घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया गया।
बालिकाएं राष्ट्र की रीढ़, उन्हें बनाएं स्वावलंबी
गोमिया प्रखंड अंतर्गत सियारी पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय डुमरी में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख, बीडीओ महादेव कुमार महतो और जनप्रतिनिधि रामवृक्ष मुर्मू उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत प्रभात फेरी से हुई, जिसमें छात्राओं ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे लगाते हुए समाज में जागरूकता का संदेश दिया। सभा में छात्राओं ने अपने सपनों को साझा किया और प्रतिभावान छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। बीडीओ महादेव कुमार महतो ने कहा कि बालिकाएं राष्ट्र की रीढ़ हैं। उन्हें शिक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना हम सभी का दायित्व है।

बेटियों ने सपनों को कैनवास पर उतारा
स्वांग साउथ पंचायत में नेहरू हाई स्कूल परिसर में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसका विषय था “बड़े होकर मैं क्या बनना चाहती हूं”। छात्राओं ने अपने सपनों को रंगों में उकेरा, जिसे प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया और सराहा गया। इसके बाद गांव में प्रभात रैली निकाली गई और शिक्षा व सशक्तिकरण का संदेश दिया गया। इस अवसर पर गांव की सफल महिलाओं ने अपने संघर्ष और उपलब्धियों को साझा कर बालिकाओं को प्रेरित किया। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। पंचायत मुखिया रीना सिंह ने बालिकाओं की शिक्षा से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का संचालन वैभव घाटे (पिरामल फाउंडेशन) ने किया।