Anjaan Jee : Editor in Chief & Publisher
जोड़ापोखर (धनबाद), 11 अक्टूबर, 2025 : शुक्रवार की सुबह दामोदर नदी में केमिकल बह जाने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पूर्वाह्न करीब 10 बजे जब नदी का पानी अचानक काले रंग का दिखा, तो जमाडा जल संयंत्र केंद्र के कर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर तत्काल कार्रवाई करते हुए जल संयंत्र और इंटेकवेल को करीब ढाई घंटे के लिए बंद कर दिया गया।
सूचना मिलते ही जमाडा केंद्र के एसडीओ कृपा शंकर यादव और कनीय अभियंता आशुतोष राणा टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पानी की जांच कराई गई, जिसमें वाशरी (कोल वाशिंग प्लांट) से छोड़े गए केमिकल के पानी में मिलने की पुष्टि हुई। बताया गया कि यह पानी तेनुघाट डैम से आता है और रास्ते में नदी किनारे मौजूद कई फैक्ट्री और उद्योगों से गुजरता है, जहां से समय-समय पर केमिकल नदी में छोड़ दिया जाता है।
केमिकल मिश्रित पानी की सूचना मिलते ही जमाडा जल संयंत्र केंद्र से पानी की आपूर्ति पूरी तरह रोक दी गई। इससे जिले की लगभग 14 लाख आबादी को शुक्रवार को पानी नहीं मिल सका। इंटेकवेल में लगे 480 एचपी के मोटर पंप से 12 एमजीडी और 9 एमजीडी जलभंडारण गृह में भंडारण का कार्य ठप हो गया। इसका असर बस्ताकोला, झरिया, पुटकी, भूली, कतरास, करकेंद, पाथरडीह, बनियाहीर, फुसबंगला, भागा, जोड़ापोखर, भौंरा, चासनाला और जयरामपुर जैसे इलाकों पर पड़ा, जहां जलापूर्ति पूरी तरह बाधित रही।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह वे नदी किनारे स्नान करने गए थे, तभी उन्होंने पानी का रंग काला होते देखा। भय की स्थिति में लोग बिना स्नान किए घर लौट आए। जांच टीम के कनीय अभियंता आशुतोष राणा ने बताया कि नदी का पानी केमिकल से दूषित पाया गया है, जो किसी वाशरी से आ रहा है। इसकी विस्तृत जांच की जा रही है और जल्द ही प्रभावित इलाकों में जलापूर्ति बहाल की जाएगी।
दो दिनों तक धनबाद में जलापूर्ति रहेगी प्रभावित
इस बीच, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने जानकारी दी है कि धनबाद शहर में शनिवार और रविवार को जलापूर्ति आंशिक रूप से प्रभावित रहेगी। मैथन के गोगना स्थित बिजली सब स्टेशन में शटडाउन लेकर मेंटेनेंस कार्य किया जाएगा, जिसके चलते मैथन इंटेकवेल का पंप बंद रहेगा।
बताया गया कि मैथन इंटेकवेल से रॉ वाटर भेलाटांड़ स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचने में करीब 10 से 12 घंटे लगते हैं। पंप बंद रहने के कारण समय पर पानी नहीं पहुंच पाएगा, जिससे शहर के 19 जलमीनारों से जलापूर्ति प्रभावित होगी। विभाग ने लोगों से पानी का उपयोग सावधानीपूर्वक करने और अनावश्यक बर्बादी से बचने की अपील की है।