संजय कुमार विनीत : दिल्ली विधानसभा चुनाव की परिणाम में मोदी की गारंटी ने परिवर्तन की लहर से आप का कुनबा बिखर गया। आप के सुप्रिमो अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया सहित कयी बडे़ नेता इस चुनाव में हार गये, जबकि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिषी काउंटिंग में लगातार पीछे रहते हुए बहुत कम अंतर से चुनाव जीतने में सफलता हासिल की।चुनाव आयोग के मुताबिक भाजपा अबतक 41 सीटों पर चुनाव जीत चुकी है, वहीं 07 सीटों पर आगे है। वहीं अगर आप की बात करें तो 20 सीटों पर चुनाव जीती और 02 सीटों पर आगे है। काग्रेस लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनावों में अपने खाता तक नहीं खोल पायी है।
अगर मत प्रतिशत की तो बात करें तो भाजपा को पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले वोट शेयर में 9% से ज्यादा का इजाफा हुआ। वहीं, AAP को 10% से ज्यादा का नुकसान हुआ है। कांग्रेस को भले ही एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन वोट शेयर 2% बढ़ाने में कामयाब रही है।
और भाजपा को पिछले चुनाव 2020 के मुकाबले 40 सीटें बढ़ीं। वहीं, AAP को 40 सीटों का नुकसान हुआ है। कांग्रेस इस बार भी खाली हाथ रही। एक भी सीट नहीं जीत सकी। विदित हो कि दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटें हैं। दिल्ली में भाजपा बहुमत हासिल कर 27 साल बाद सत्ता में लौटेगी। इससे पहले 1993 में भाजपा ने 49 सीटें जीतीं और 5 साल में 3 CM बनाए थे। मदनलाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज। तीनों नेताओं के बेटे-बेटी दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हैं। खुराना के बेटे हरीश खुराना मोतीनगर से, साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा नई दिल्ली से चुनाव लड़ रहे हैं। बांसुरी स्वराज नई दिल्ली से सांसद हैं। और इस विधानसभा चुनाव में साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा, आप सुप्रिमो अरविंद केजरीवाल को लगभग 4000 वोटों से हराकर मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे पसंदीदा उम्मीदवार बताये जा रहे हैं।
इधर, आप के हार पर दिल्ली सरकार के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट (GAD) ने सचिवालय सील करने के आदेश जारी किए। इसमें कहा गया है कि बिना परमिशन के कोई भी फाइल या दस्तावेज, कंप्यूटर हार्डवेयर सचिवालय के परिसर से बाहर नहीं जाना चाहिए। शायद सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ की आशंका रही हो।
दिल्ली चुनाव के रुझानों पर अरविंद केजरीवाल के गुरु रहे अन्ना हजारे ने कहा कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार का आचार शुद्ध होना, विचार शुद्ध होना, जीवन निष्कलंक और त्याग होना जरूरी है। अगर ये गुण उम्मीदवार में हैं तो मतदाताओं को उन पर विश्वास होता है। मैं बार-बार बताता गया, लेकिन उनके दिमाग में नहीं आया और वे शराब को ले आए। शराब यानी धन-दौलत से वास्ता हो गया।
आप की हार पर कभी अरविंद केजरीवाल के करीबी रहे कुमार विश्वास ने एएनआई से कहा, ‘करोड़ों लोग नौकरियां छोड़कर आए थे, दुश्मनियां ली थीं। उन सब की हत्या एक आत्ममुग्ध आदमी ने, चरित्रहीन आदमी ने अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए की। उसको ईश्वरीय विधान से दंड मिला। खुशी इस बात की भी है कि न्याय हुआ।’आप सांसद स्वाति मालीवाल ने रुझानों बीच एक चिरहरण की फोटो पोस्ट की, जिसमें द्रौपदी का चीरहरण हो रहा है। आप की राज्यसभा सांसद ने इस तस्वीर से अपनी ही पार्टी पर तंज कसा है।
अमित शाह ने सोशल मीडिया पोस्ट कर लिखा- दिल्ली के दिल में मोदी। दिल्ली की जनता ने झूठ, धोखे और भ्रष्टाचार के शीशमहल को नेस्तनाबूत कर दिल्ली को आप-दा मुक्त करने का काम किया है।
इस जीत के लिए उन्होंने दिल्ली वासियों को बधाई भी दी और संकल्प पत्र के हर वादा को पुरा करने का वचन दिया। प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी अपने पोस्ट में दिल्ली की जनता को बधाई दी है और आज शाम सात बजे भाजपा कार्यकर्ताओं को कार्यालय में संबोधित कर आभार व्यक्त करेंगे।
केजरीवाल जी ने भी भाजपा को जीत की बधाई देते हुए कहा कि लोगों ने उन्हें बहुमत दिया है। उम्मीद करता हूं जनता की उम्मीदों पर वे खरे उतरेंगे। हमने शिक्षा, पानी और बिजली के क्षेत्र में काम किया है। हमें जनता ने निर्णय दिया है। हम कंस्ट्रक्टिव विपक्ष का रोल निभाएंगे।
भाजपाई खेमे में बधाईयों और जश्न का माहौल है। यह उत्साह संध्या 7 बजे और बढ जायेगा, जब प्रधानमंत्री भी उनलोगों के साथ होगें, पर दिल्ली की जनता को सबसे पहले मोदी की गारंटी को पुरा करने का इंतजार रहेगा।