पंचांग 24/05/2024 • May 24, 2024

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पंचांग का उपयोग और महत्व
पंचांग मानव जाति मात्र के लिए अत्यंतहि उपयोगकी वास्तु है | पंचांग के आधार पर ठीक समय धार्मिक और व्यावहारिक सम्पूर्ण कार्य किये जाते हैं | पंचांग का मुख्या उद्देश कालमापन या कालगणन का हैं | धार्मिक व्रत उपवास, सामाजिक त्योहार के लिये और अन्य धार्मिक क्रित्यों के लिए पंचांग की ज़रूरत पड़ती है | हमारा जो कुछ आधार है सो पंचांग है |

पंचांग पढ़ने से जीवन के महत्वपूर्ण पलों को शुभ फलदायी बना सकते है |

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पंचांग 24/05/2024 • May 24, 2024
ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष प्रतिपदा, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर), बैशाख | प्रतिपदा तिथि 07:25 PM तक उपरांत द्वितीया | नक्षत्र अनुराधा 10:10 AM तक उपरांत ज्येष्ठा | शिव योग 11:21 AM तक, उसके बाद सिद्ध योग | करण बालव 07:28 AM तक, बाद कौलव 07:25 PM तक, बाद तैतिल |

मई 24 शुक्रवार को राहु 10:05 AM से 11:46 AM तक है | चन्द्रमा वृश्चिक राशि पर संचार करेगा

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