ब्यावर, राजस्थान – श्री सकल जैन संघ के तत्वावधान में आज “शासनपति श्रमण भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव” धर्म आराधना के साथ हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। मनोज बाबेल ‘दोस्त’ के अनुसार, महोत्सव के तहत 10 अप्रैल को आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम इस प्रकार हैं:
- प्रातः 6:00 से 7:00 बजे तक: श्री ओसवाल पंचायती नोहरे में “सामूहिक सामायिक – स्वाध्याय”
- प्रातः 8:00 बजे: श्री शान्तिनाथ जैन मन्दिर से विशाल भव्य शोभा यात्रा का प्रारंभ
- प्रातः 11:30 बजे से: जैन जवाहर भवन में सकल जैन समाज का सामूहिक स्नेह भोज
“अहिंसा परमो धर्मः” के उद्घोष के साथ इस वर्ष का महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव, एक भव्य और दिव्य शोभायात्रा के रूप में इतिहास रचने जा रहा है। संयोजक पीयूष रांका के नेतृत्व में आयोजित इस आयोजन में धर्म, संस्कृति, कला और सामाजिक संदेश का अद्भुत समावेश देखने को मिलेगा, जो जनमानस को अध्यात्म से जोड़ते हुए आत्मिक शांति की अनुभूति कराएगा।
शोभायात्रा के मुख्य आकर्षण:
- नासिक से विशेष 21 सदस्यीय ढोल टोली: पूरे जुलूस के दौरान नासिक की 21 सदस्यीय ढोल पार्टी अपने जोशीले और तालबद्ध वादन से वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर करेगी।
- जोधपुर का प्रतिष्ठित डांस ग्रुप: जोधपुर से आमंत्रित प्रसिद्ध नृत्य दल भगवान महावीर के जीवन प्रसंगों, नवकार मंत्र और जैन भक्ति गीतों पर मनोहारी प्रस्तुतियां देगा।
- 500 बच्चों की ‘अहिंसा बाल रैली’: जुलूस में 500 से अधिक बालक-बालिकाएं जैन ध्वज के पंचरंग में सज्जित होकर, भगवान महावीर के जयघोष और शांति के संदेश के साथ नगर भ्रमण करेंगे।
- मनोरंजन और आकर्षण का संगम: बच्चों और युवाओं के लिए ‘स्टिक मैन’ जैसे विशेष पात्र तथा सुप्रसिद्ध ‘बीरबल’ नृत्य खास आकर्षण रहेंगे, जिसमें इस बार एक छोटा बच्चा भी बीरबल नृत्य प्रस्तुत करेगा। पूरे मार्ग पर चालित एवं स्थाई सेल्फी बूथ स्थापित किए जाएंगे।
- 15 से अधिक भव्य झांकियां: धर्म और दर्शन की जीवंत झलक प्रस्तुत करती 15 से अधिक झांकियां महावीर स्वामी के जीवन और सिद्धांतों को सजीव रूप में चित्रित करेंगी।
- घोड़े, जैन ध्वज और अलंकृत रथ: शोभायात्रा में घोड़ों की सवारी और हर ओर लहराते जैन ध्वज धर्ममय वातावरण का प्रतीक बनेंगे।
श्री सकल जैन संघ इस भव्य आयोजन में समाज के सभी वर्गों की उत्साहपूर्वक भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है। यह आयोजन न केवल धार्मिक चेतना का प्रतीक होगा, बल्कि सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक विरासत और नई पीढ़ी को संस्कारों से जोड़ने का एक सुंदर माध्यम भी सिद्ध होगा।
श्री सकल जैन संघ सभी स्वधर्मी बंधुओं से महोत्सव में आयोजित सभी कार्यक्रमों में सपरिवार भागीदारी निभाने की विनम्र प्रार्थना करता है। संघ ने सभी पुरुष वर्ग से श्वेत एवं महिला वर्ग से चुन्दडी के परिधान में पधारने और अपने-अपने प्रतिष्ठान आज बंद रखने की अपील की है। जैन समाज के सदस्यों ने नगरवासियों से इस ऐतिहासिक अवसर पर परिवार सहित सादर आमंत्रित होकर इस पावन शोभायात्रा का साक्षी बनने का अनुरोध किया है।
Rajesh Mohan Sahay