अब जनता की राय पर भी मिलेगा पुलिस को ‘सम्मान’

Live ख़बर

अंजान जी फाउंडेशन ने की ‘अभिरक्षक लोकसम्मान’  की घोषणा

बोकारो, 7 सितंबर 2025 – अंजान जी फाउंडेशन ने पुलिस द्वारा समाज में असाधारण योगदान को सम्मानित करने के लिए एक नए पुरस्कार, ‘अभिरक्षक लोकसम्मान’ की घोषणा की है। यह सम्मान उन पुलिसकर्मियों को समर्पित है जिन्होंने अपने साहस, निस्वार्थ सेवा और निष्पक्षता से समाज को सुरक्षा और न्याय प्रदान किया है। यह सम्मान पूरी तरह गैर-राजनीतिक, गैर-सरकारी एवं नागरिक समाज आधारित होगा।

फाउंडेशन यह मह्सुस्ता है कि किसी भी सभ्य समाज की मजबूती उसके रक्षकों पर टिकी होती है, और यह ‘अभिरक्षक लोकसम्मान’ समाज तथा सुरक्षाकर्मियों के बीच विश्वास और सम्मान का पुल बनाने का प्रयास है। इस पुरस्कार की चयन प्रक्रिया जनता के मध्य सर्वे के माध्यम से होगी। पहले चरण में क्षेत्र-क्षेत्र विशेष की जनता सबसे योग्य उम्मीदवारों को नामित करेगी जिसे फाउंडेशन द्वारा गठित एक स्वतंत्र जूरी इन नामांकनों की गहन समीक्षा कर विजेताओं का चयन करेगी। यह जूरी न्यायाधीश/सेवानिवृत्त न्यायाधीश, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी, गैर-राजनीतिक जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ नागरिक एवं पत्रकार जैसे सम्मानित व्यक्तियों से गठित की जाएगी।

संतोष श्रीवास्तव ‘अंजान जी’

फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक ई. संतोष श्रीवास्तव “अंजान जी” ने बताया की ‘अभिरक्षक लोकसम्मान’ सिर्फ एक पुरस्कार नहीं है, बल्कि यह उस सामाजिक भावना का प्रतीक है जो अपने रक्षकों को सच्चा नायक मानती है। यह पुरस्कार उन पुलिसकर्मियों और कानूनी रक्षकों की अटूट निष्ठा और सेवा-भाव को सलाम करता है जिन्होंने समाज की सुरक्षा के लिए एक मजबूत दीवार खड़ी की है। यह किसी सरकारी प्रक्रिया का हिस्सा नहीं, बल्कि जनता की कृतज्ञता और आस्था का एक जीता-जागता प्रतीक है।

पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’

फाउंडेशन के निदेशक पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’ ने बताया की ‘अभिरक्षक लोकसम्मान’ झारखंड राज्य से शुरू किया जाएगा। इस पहल के तहत, राज्य को डीआईजी-क्षेत्र के आधार पर छह भागों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक डीआईजी-क्षेत्र के पुलिसकर्मियों के बीच एक निश्चित समयांतराल पर सर्वेक्षण और सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा।

इस क्रम में, पहला आयोजन डीआईजी बोकारो के अंतर्गत आने वाले जिलों के लिए होगा। इस कार्यक्रम को छह क्षेत्र-विशेष में विभक्त करने का उद्देश्य है कि समस्त पुलिस बल से अधिकांश योग्य पुलिसकर्मी इसमें समाहित हो सकें। इसे सफल बनाने में अधिक से अधिक जनसहयोग अपेक्षित है। जल्द ही सर्वे का कार्य आरम्भ किया जायेगा।