Anjaan Jee –
Editor in Chief & Publisher
नई दिल्ली, 12 सितंबर 2025 – वेदांता की सामाजिक पहल ‘नंद घर’ ने पोषण माह 2025 के उपलक्ष्य में एक राष्ट्रव्यापी अभियान “पोषण से प्रगति” शुरू किया है। यह अभियान 15 राज्यों के 3.5 लाख से अधिक परिवारों को कुपोषण से लड़ने और स्वस्थ आदतें अपनाने के लिए जागरूक करेगा।
यह अभियान 12 सितंबर से शुरू हो रहा है और इसका उद्देश्य ग्रामीण समुदायों को सरल और सतत पोषण समाधानों के बारे में जानकारी देना है। नंद घर की पोषण रणनीति तीन मुख्य स्तंभों पर आधारित है:
- प्रत्यक्ष पोषण सहायता: बच्चों के लिए फोर्टिफाइड सप्लीमेंट्स और न्यूट्री बार्स जैसे पोषण युक्त आहार उपलब्ध कराना, साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुँचाना।
- सामुदायिक जागरूकता: अभिभावकों को बच्चों के विकास की निगरानी के लिए प्रशिक्षण और परामर्श देना, साथ ही स्थानीय और पारंपरिक खाद्य पदार्थों के उपयोग को बढ़ावा देना।
- प्रौद्योगिकी और साझेदारी: आधुनिक उपकरणों और विश्वसनीय संस्थाओं के साथ साझेदारी करके बच्चों की प्रगति पर नज़र रखना और नवाचारी खाद्य समाधानों को अपनाना।
प्रमुख गतिविधियां और लक्ष्य
इस अभियान के तहत, नंद घर देशभर में कई गतिविधियां आयोजित करेगा:
- रेसिपी प्रदर्शन: परिवारों को स्थानीय, कम लागत वाले और पोषक तत्वों से भरपूर व्यंजनों को बनाना सिखाया जाएगा।
- अभिभावक प्रशिक्षण सत्र: मातृ स्वास्थ्य और बच्चों के पोषण पर ध्यान केंद्रित करते हुए सत्र आयोजित होंगे।
- “पोषण भी, पढ़ाई भी”: संतुलित आहार और बच्चों के बेहतर शैक्षणिक परिणामों के बीच संबंध को उजागर करने के लिए विशेष कार्यक्रम होंगे।
नंद घर के सीईओ श्री शशि अरोड़ा ने कहा कि यह अभियान जागरूकता को कार्रवाई में बदल रहा है और स्थायी प्रभाव उत्पन्न कर रहा है।
कुपोषण की चुनौती और नंद घर का योगदान
यह पहल ऐसे समय में शुरू हुई है जब भारत कुपोषण की गंभीर चुनौती का सामना कर रहा है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के अनुसार, 6 वर्ष से कम आयु के 37.5% बच्चे अविकसित हैं।
नंद घर का पोषण मॉडल पहले से ही ठोस परिणाम दिखा रहा है। पोषण माह 2024 में, छह राज्यों में एक लाख से अधिक बाजरे के शेक वितरित किए गए। राजस्थान में शुरू हुई ‘प्रोजेक्ट बालवर्धन’ जैसी पहलें 80,000 से अधिक बच्चों और माताओं को लाभ पहुँचा रही हैं, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य, ऊर्जा स्तर और स्कूल में उपस्थिति में सुधार हुआ है। ईएसएल स्टील लिमिटेड के डिप्टी सीईओ श्री रविश शर्मा ने भी इस पहल की सराहना करते हुए इसे स्वस्थ समाज और मजबूत राष्ट्र की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।