बोकारो में पर्यटन विकास पर समिति ने जताई नाराजगी, अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश

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Anjaan Jee : Editor in Chief & Publisher

बोकारो, 11 अक्टूबर, 2025 : जिले के प्राकृतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों को राष्ट्रीय पटल पर लाने की महत्वाकांक्षी योजनाओं की सुस्त प्रगति पर शनिवार को विधानसभा की युवा कल्याण, संस्कृति एवं पर्यटन विकास समिति ने कड़ा प्रहार किया। परिसदन सभागार में आयोजित बैठक में न केवल योजनाओं की धीमी रफ्तार पर निराशा जताई गई, बल्कि उपस्थित दर्जनों वरीय पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि अब केवल प्रतिवेदन नहीं, बल्कि धरातल पर ठोस परिणाम दिखाने होंगे।

समिति की सभापति सविता महतो की अध्यक्षता में हुई बैठक में सदस्य रागिनी सिंह और विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक में युवा कल्याण, संस्कृति एवं पर्यटन से संबंधित योजनाओं की अद्यतन स्थिति की व्यापक समीक्षा की गई। अधिकारियों को सभी योजनाओं का विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करने तथा विभागवार प्रगति रिपोर्ट पर गहन चर्चा करने का निर्देश दिया गया।

जिला पर्यटन पदाधिकारी हेमलता बुन ने जिले के कुल 20 चिन्हित पर्यटन स्थलों की श्रेणीवार सूची प्रस्तुत की। इसमें लुगुबुरू को ए श्रेणी, तेनुघाट डैम को बी श्रेणी, और दलाही कुंड, भैरवस्थान, कोनार डैम, चेचका धाम व गवई बराज को सी श्रेणी में रखा गया। मृगखोह, शेवाती घाटी, सतनपुर पहाड़ी, सीता फॉल, बनासो मंदिर, बूढ़ा बाबा धाम मेला फुलबहड़ा, सिकन्दा पहाड़, भवनी के समीप प्राकृतिक गुफा, गरगा डैम, दुर्गा पहाड़ और राम लखन टुंगरी को डी श्रेणी का पर्यटन स्थल घोषित किया गया। इसके साथ ही चेचका धाम का जीर्णोद्धार कार्य प्रगति पर है।

समिति ने आरईओ, भवन प्रमंडल, राजस्व, उद्योग, कल्याण, सामाजिक सुरक्षा, वन प्रमंडल, पेयजल एवं स्वच्छता, विद्युत प्रमंडल, कृषि सहकारिता एवं पशुपालन, खनन, गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन, शिक्षा आदि सभी विभागों की योजनाओं की समीक्षा की। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि पर्यटन स्थलों पर बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था, राजस्व वसूली में सुधार और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इसके साथ ही सड़क संपर्क, सुरक्षा, स्वच्छता, पर्यटक सुविधाओं का विस्तार और स्थानीय समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।

सभापति सविता महतो ने कहा कि बोकारो जिले में प्राकृतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि इन स्थलों के विकास से जिले का पर्यटन परिदृश्य सशक्त होगा और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, जिसकी अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सदस्य रागिनी सिंह ने कहा कि जो कार्य प्रगति पर हैं, उसमें बाधाएं दूर कर तेजी लाना आवश्यक है। उन्होंने पर्यटन स्थलों को सुंदर बनाने और योजनाओं से अधिकतम लाभुकों को जोड़ने पर जोर दिया।

बैठक में उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, डीपीएलआर मेनका, वन पदाधिकारी संदीप शिंदें, अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, अपर नगर आयुक्त संजीव कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी मारूति मिंज, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा पीयूष, जिला आपूर्ति पदाधिकारी शालिनी खालखो, जिला योजना पदाधिकारी राज शर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी जगरनाथ लोहरा, जिला शिक्षा अधीक्षक अतुल चौबे, जिला कृषि पदाधिकारी मो. शाहिद, डीडीएमओ शक्ति कुमार, नोडल पदाधिकारी मनरेगा पंकज दुबे सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। सभी ने समिति के निर्देशों का तत्काल पालन करने का आश्वासन दिया।

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