पटना, 01 अप्रैल, 2025: माननीय मंत्री, सहकारिता विभाग डाॅ0 प्रेम कुमार ने गया जिला के नगर प्रखंड चुरी पैक्स में रबी विपणन मौसम 2025-26 अंतर्गत गेहूँ अधिप्राप्ति कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि जिस तरह से धान अधिप्राप्ति का कार्यक्रम बिहार में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ, उसी तरह गेहूँ की अधिप्राप्ति में भी शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करने की उनकी प्रतिबद्धता है।
राज्य में रबी विपणन मौसम 2025-26 हेतु गेहूँ अधिप्राप्ति का लक्ष्य 2 लाख मैट्रिक टन है, जिसमें से 1.5 लाख मैट्रिक टन पैक्स एवं व्यापार मंडल द्वारा, जबकि 50 हजार मैट्रिक टन भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा प्राप्त किया जाएगा। किसानों के हित में गेहूँ अधिप्राप्ति की सीमा समाप्त कर दी गई है, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो। इसके साथ ही, पिछले वर्ष आवेदन करने वाले किसानों को रबी विपणन मौसम 2025-26 के लिए स्वतः मान्य कर दिया गया है, जिससे उन्हें पुनः आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।
मंत्री ने गेहूँ उत्पादक किसानों से अपील की कि वे सभी पैक्स एवं व्यापार मंडलों में गेहूँ की बिक्री कर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2425/- रुपये प्रति क्विंटल का लाभ उठाएं।
आज सहकारिता विभाग के सचिव श्री धर्मेन्द्र सिंह ने पटना जिला के बिहटा प्रखंड के पुरूषोत्तमपुर पैनाठी पैक्स एवं नौबतपुर नगर पंचायत पैक्स में भी गेहूँ अधिप्राप्ति कार्य का शुभारंभ किया।
अधिप्राप्ति कार्य में प्रगति: समाचार प्रेषण तक रबी विपणन मौसम 2025-26 में राज्य के कुल 4574 पैक्सों और व्यापार मंडलों को गेहूँ अधिप्राप्ति कार्य के लिए चयनित कर क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। अधिप्राप्ति के पहले दिन सहकारिता विभाग अंतर्गत पैक्स और व्यापार मंडलों द्वारा 28 जिलों में 110 किसानों से 181 मीट्रिक टन गेहूँ की अधिप्राप्ति की गई।
अधिप्राप्ति के आंकड़े के अनुसार:
- पटना जिले में 28 किसानों से 50.25 मीट्रिक टन
- समस्तीपुर में 14 किसानों से 19 मीट्रिक टन
- सिवान में 3 किसानों से 17 मीट्रिक टन
- बेगूसराय में 6 किसानों से 8 मीट्रिक टन
- गया में 5 किसानों से 6 मीट्रिक टन
- बेतिया में 5 किसानों से 16 मीट्रिक टन
- मोतिहारी में 3 किसानों से 20 मीट्रिक टन गेहूँ की अधिप्राप्ति की गई है।
राज्य के कई जिलों में गेहूँ की कटाई अभी भी जारी है, और जैसे ही कटाई पूरी होगी, गेहूँ खरीदारी में तीव्रता आने की संभावना है। सहकारिता विभाग इसकी निरंतर समीक्षा कर रहा है और सभी क्षेत्रीय पदाधिकारियों को इसमें तीव्रता लाने के निर्देश दिए गए हैं।
संतोष श्रीवास्तव “अंजान जी”