Anjaan Jee : Editor in Chief & Publisher
रांची, 11 अक्टूबर, 2025 : राजधानी के तीन प्रमुख बस टर्मिनलों — आइटीआई बस स्टैंड, सरकारी बस डिपो और बिरसा मुंडा बस टर्मिनल (खादगढ़ा) — की तस्वीर अब पूरी तरह बदलने जा रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 48.72 करोड़ रुपये की योजना को स्वीकृति देते हुए इनके कायाकल्प की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अब इन तीनों बस स्टैंडों का विकास राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया जाएगा ताकि यात्रियों को अत्याधुनिक और सुरक्षित सुविधाएं मिल सकें।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद नगर विकास एवं आवास मंत्री सुदिव्य कुमार ने परियोजना को मंजूरी दी है। इनमें आइटीआई बस स्टैंड के लिए 24.77 करोड़, सरकारी बस डिपो के लिए 20.19 करोड़ और बिरसा मुंडा बस टर्मिनल (खादगढ़ा) के लिए 3.76 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। मंत्री ने विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार को निर्देश दिया है कि जुडको के माध्यम से निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कराया जाए।
आइटीआई बस स्टैंड बनेगा अत्याधुनिक
आइटीआई बस स्टैंड को पूरी तरह आधुनिक रूप में विकसित किया जाएगा। यह लगभग तीन एकड़ भूमि पर बनेगा, जिसमें ग्राउंड फ्लोर पर 2330 वर्गमीटर और फर्स्ट फ्लोर पर 880 वर्गमीटर क्षेत्र में टर्मिनल भवन तैयार किया जाएगा। यहां ड्राइवर कैंटीन, मेंटेनेंस शेड, गार्ड रूम, स्लाइडिंग प्रवेश द्वार, प्रतीक्षालय, कार, ऑटो और ई-रिक्शा पार्किंग जैसी सुविधाएं होंगी। फर्स्ट फ्लोर पर रेस्टोरेंट, प्रशासनिक भवन, टिकट काउंटर, डॉरमेट्री, लॉकर युक्त गेस्ट रूम और हरियाली के लिए लैंडस्केपिंग की व्यवस्था होगी। इस टर्मिनल से प्रतिदिन करीब 416 बसें संचालित की जाएंगी।
सरकारी बस डिपो का होगा पुनर्निर्माण
साल 1962 से 1970 के बीच निर्मित सरकारी बस डिपो अब जर्जर हालत में है। इसे 20.19 करोड़ रुपये की लागत से इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों के अनुरूप दोबारा बनाया जाएगा। नए भवन में 1771 वर्गमीटर ग्राउंड फ्लोर और 845 वर्गमीटर फर्स्ट फ्लोर पर आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। यहां गार्ड रूम, मेंटेनेंस एरिया, डॉरमेट्री, प्रतीक्षालय, फूड कियोस्क, बस वे, स्लाइडिंग गेट, कार और ऑटो स्टैंड की व्यवस्था होगी। इस डिपो से प्रतिदिन लगभग 512 बसें परिचालित होंगी।
बिरसा मुंडा बस टर्मिनल का होगा जीर्णोद्धार
खादगढ़ा स्थित बिरसा मुंडा बस टर्मिनल को 3.76 करोड़ रुपये की लागत से नए रूप में संवारा जाएगा। 11.6 एकड़ में फैले इस विशाल परिसर में 31 बस वे, 89 बसों और 70 कारों की पार्किंग व्यवस्था होगी। साथ ही स्मार्ट शेड, 50 बेड की डॉरमेट्री, रेस्टरूम, स्नानागार, गेस्टहाउस, हाईमास्ट लाइट और महिला सुरक्षा की विशेष व्यवस्था भी की जाएगी। पूरे परिसर का सौंदर्यीकरण और लैंडस्केपिंग कर इसे आकर्षक स्वरूप दिया जाएगा।
निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा
प्रधान सचिव सुनील कुमार ने जुडको को निर्देश दिया है कि तीनों बस टर्मिनलों के लिए टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए और निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाए। परियोजनाओं के पूर्ण होने के बाद रांची के बस टर्मिनल न केवल राज्य के लिए मॉडल टर्मिनल बनेंगे, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी आधुनिक सुविधाओं, स्वच्छता और सुरक्षा के लिए मिसाल पेश करेंगे। यात्रियों को अब एक नई, आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा।