Anjaan Jee
Editor in Chief & Publisher
बोकारो, 02 सितंबर, 2025 – मंगलवार को समाहरणालय में आयोजित ‘जनता दरबार – हम आपको सुनते हैं…’ ने एक बार फिर साबित कर दिया कि यह आम लोगों के लिए सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि न्याय और समाधान का मंच है। उपायुक्त श्री अजय नाथ झा के सामने एक ऐसा भावुक कर देने वाला मामला आया, जिसने सभी को प्रभावित किया।
सेक्टर-8 के निवासी श्याम सुंदर कुमार काम के दौरान हुए एक हादसे में अपना हाथ बुरी तरह गंवा चुके थे। जब उन्हें कहीं से मदद नहीं मिली और आय का कोई साधन नहीं रहा, तो निराशा में वे उपायुक्त के पास आत्महत्या की अनुमति मांगने पहुंच गए। उपायुक्त ने श्याम सुंदर की व्यथा सुनकर उन्हें समझाया और जीवन के महत्व को बताया। उन्होंने तुरंत अधिकारियों को निर्देश दिया कि उनकी दिव्यांग पेंशन तुरंत स्वीकृत की जाए। आधे घंटे के भीतर ही पेंशन की मंजूरी मिल गई, जिससे श्याम सुंदर की आंखों में खुशी के आंसू आ गए और उन्हें जीने की एक नई उम्मीद मिली।
एक और मामले में, बसंत बिहार, चिरा चास के राकेश कुमार वर्षों से अपनी भूमि की रसीद कटवाने के लिए भटक रहे थे। उपायुक्त के निर्देश पर उनका काम भी आधे घंटे में पूरा हो गया। दोनों लाभार्थियों ने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
जनता और प्रशासन के बीच सेतु
उपायुक्त श्री अजय नाथ झा ने बताया कि जनता दरबार का उद्देश्य लोगों से सीधा जुड़ना और उनकी समस्याओं का समाधान करना है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि आम जनता के दर्द को समझने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि मानसून के बाद विशेष राजस्व शिविर लगाए जाएंगे, ताकि दाखिल-खारिज से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जा सके।
आज के जनता दरबार में भूमि विवाद, पेंशन और सामाजिक सुरक्षा से जुड़े 40 से अधिक मामलों की सुनवाई हुई, जिनमें से कई का मौके पर ही समाधान कर दिया गया। इस मौके पर उप विकास आयुक्त श्रीमती शताब्दी मजूमदार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।