Anjaan Jee : Editor in Chief & Publisher
नई दिल्ली | 13 अक्टूबर 2025 —दिल्ली स्थित राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार को आईआरसीटीसी होटल घोटाला मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद याद, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं।
यह मामला भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के तहत रांची और पुरी स्थित दो होटलों के संचालन से जुड़े कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का है। आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने इन होटलों के टेंडर जारी करने की प्रक्रिया में पद का दुरुपयोग किया और इसके एवज में परिवार को बेहद सस्ते दामों पर भूमि के रूप में आर्थिक लाभ मिला।
क्या है पूरा मामला
सीबीआई की जांच के अनुसार, 2006 में आईआरसीटीसी के दो होटलों — बीएनआर होटल, रांची और बीएनआर होटल, पुरी — के रखरखाव का ठेका सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। जांच एजेंसी का दावा है कि इस ठेके के बदले में लालू यादव और उनके परिवार को पटना के सबसे प्रमुख इलाके में करीब तीन एकड़ जमीन बाजार मूल्य से कहीं कम दाम पर दी गई।
सीबीआई ने 2018 में इस मामले में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और अन्य छह लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। आरोप है कि यह सौदा “फेवर के बदले बेनामी संपत्ति” के रूप में किया गया था।
कोर्ट की कार्रवाई
विशेष न्यायाधीश विशाल गौर ने सुनवाई के दौरान सीबीआई के आरोपों को प्रथम दृष्टया पर्याप्त मानते हुए सभी मुख्य आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश (IPC की धारा 120B), धोखाधड़ी (420) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत आरोप तय किए। इसके साथ ही अदालत ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 17 नवंबर निर्धारित की है।
लालू परिवार की प्रतिक्रिया
लालू परिवार ने इन आरोपों को राजनीतिक प्रेरित बताते हुए खारिज किया है। राबड़ी देवी ने अदालत परिसर के बाहर मीडिया से कहा, “यह सब विपक्ष को बदनाम करने के लिए रची गई साजिश है। हमने कोई गलत काम नहीं किया है।” वहीं तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “हम न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा रखते हैं। सच्चाई देर-सवेर सामने जरूर आएगी।”
सीबीआई का रुख
सीबीआई का कहना है कि उसके पास “ठोस दस्तावेज़ी साक्ष्य और बैंक लेनदेन से जुड़े प्रमाण” मौजूद हैं, जिनसे यह साबित होता है कि आईआरसीटीसी होटल के टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताएं की गईं।
एजेंसी ने अदालत से कहा कि यह मामला “पद के दुरुपयोग और परिवार को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से रची गई संगठित साजिश” का स्पष्ट उदाहरण है।
आईआरसीटीसी होटल घोटाला मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। अदालत में आरोप तय होने के बाद अब इस प्रकरण में सुनवाई की प्रक्रिया तेज़ होने की संभावना है।