बोकारो, 26 अगस्त, 2025 – बोकारो पुलिस ने सेक्टर 12 में 23 अगस्त को हुए कथित जानलेवा हमले की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि शिकायतकर्ता अभिषेक प्रताप सिंह ने अपने पुराने बिजनेस पार्टनर और उनकी पत्नी को फंसाने के लिए खुद ही यह हमला करवाया था। इस मामले में पुलिस ने शिकायतकर्ता अभिषेक प्रताप सिंह और उनके चचेरे भाई मंधीर कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
बोकारो के पुलिस अधीक्षक श्री हरविंदर सिंह ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 23 अगस्त की रात करीब 8:25 बजे अभिषेक प्रताप सिंह ने सेक्टर 12 थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि जब वह अपने क्वार्टर की सीढ़ियों से उतर रहे थे, तब एक हेलमेट पहने बाइक सवार ने उन पर जान से मारने की नीयत से गोली चलाई। उन्होंने इस हमले के पीछे अपने पुराने बिजनेस पार्टनर चंद्रभूषण ओझा और उनकी पत्नी अर्चना ओझा का हाथ होने का आरोप लगाया था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सूचना मिलते ही सेक्टर 12 थाना पुलिस मौके पर पहुंची, जहां से एक 7.62 एमएम बोर का खाली खोखा बरामद हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने पुलिस उपाधीक्षक नगर आलोक रंजन के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया।
गहन जांच और पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ कि यह पूरी घटना एक सोची-समझी साजिश थी। अभिषेक ने अपने चचेरे भाई मंधीर सिंह के साथ मिलकर चंद्रभूषण ओझा और उनकी पत्नी को झूठे केस में फंसाने की योजना बनाई थी।
पुलिस ने इस मामले में इस्तेमाल किए गए हथियार और अन्य सामानों को बरामद कर लिया है। बरामद सामानों में एक लोडेड देशी पिस्तौल, 19 जिंदा गोलियां, एक खोखा, घटना में इस्तेमाल की गई काली पल्सर मोटरसाइकिल और दो मोबाइल फोन शामिल हैं। गिरफ्तार दोनों आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत एक और मामला दर्ज किया गया है।
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Anjaan Jee
Editor in Chief & Publisher