Rajesh Mohan Sahay : News Editor (Ranchi)
बालकिशुनगंज, 14 सितंबर 2025 – आज एसआरपी कॉलेज, बालकिशुनगंज में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष समारोह और सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के संस्थापक राजेंद्र प्रसाद राय ने की। उन्होंने कहा कि हिंदी सिर्फ हमारी भाषा ही नहीं, बल्कि हमारी पहचान, सम्मान और गौरव का प्रतीक भी है। यह दिन हमें अपनी विरासत और भाषा के महत्व को याद करने का अवसर देता है।
हिंदी को राजभाषा का दर्जा
कॉलेज के प्राचार्य अजय कुमार ने बताया कि 14 सितंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया था। इसी दिन संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को देवनागरी लिपि में भारत गणराज्य की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया गया था। यही कारण है कि हम हर साल इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाते हैं।
वरिष्ठ शिक्षक लक्ष्मण कुमार ने कहा कि हिंदी हमारी संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है जो हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखती है। हमें गर्व होना चाहिए कि हमारी भाषा इतनी समृद्ध और लोकप्रिय है।
इस अवसर पर कॉलेज के कई शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित थे, जिनमें डॉ. रमाशंकर, पंकज कुमार, बबीता कुमारी, अर्चना सिन्हा, निशा रश्मि वर्मा, हरी शंकर कुमार, अजीत कुमार, सुधीर कुमार वर्मा, शशि कुमार, मोहित कुमार, संजय कुमार और ढोलन कुमार शामिल थे।