साल का आखिरी सूर्य ग्रहण: भारत में नहीं दिखेगा, जानें कहां और किस राशि पर होगा इसका प्रभाव

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आचार्य संतोष :
ज्योतिष एवं वास्तु विशेषज्ञ

पटना, 20 सितंबर 2025 – इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को पितृपक्ष की सर्व पितृ अमावस्या के दिन लगने जा रहा है। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो रात 11 बजे से शुरू होकर 22 सितंबर की सुबह 3:24 बजे तक रहेगा, यानी इसकी कुल अवधि 4 घंटे 24 मिनट होगी।

यह सूर्य ग्रहण रात में होने के कारण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी यहाँ मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण मुख्य रूप से न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका और प्रशांत व अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। न्यूजीलैंड के दक्षिणी क्षेत्रों में इसका प्रभाव सबसे ज्यादा, लगभग 85% तक, देखा जा सकेगा। वेलिंगटन, ऑकलैंड, क्राइस्टचर्च (न्यूजीलैंड) और सिडनी, होबार्ट (ऑस्ट्रेलिया) जैसे शहरों में इसे देखा जा सकेगा जबकि भारत, यूएई, नेपाल, श्रीलंका, यूरोप, उत्तर अमेरिका, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।

ज्योतिषीय प्रभाव और राशियों पर असर

यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में लग रहा है, जिससे कुछ राशियों के लिए शुभ और कुछ के लिए परेशानियाँ आ सकती हैं।

  • मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण भाग्यशाली रहेगा। नौकरीपेशा लोगों को तरक्की के नए अवसर मिल सकते हैं। व्यापार में भी बड़ा लाभ होने की संभावना है, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। घर में सुख-शांति बनाए रखने के लिए इस दिन गाय और कुत्तों को भोजन कराना शुभ माना गया है।
  • कर्क राशि: कर्क राशि वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण अच्छी खबर ला सकता है। आपकी आर्थिक स्थिति में पहले से बेहतर सुधार होगा, लेकिन आपको अपने फालतू खर्चों पर नियंत्रण रखना होगा। सेहत का ध्यान रखें और दान-पुण्य करना आपके लिए फलदायी होगा। अपने पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए इस दिन ब्राह्मणों को भोजन कराना बेहद शुभ है।
  • वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के लोगों के लिए यह सूर्य ग्रहण बेहद शुभ साबित हो सकता है। आप अपने मजबूत आत्मविश्वास से हर मुश्किल का सामना आसानी से कर पाएंगे। परिवार में सुख-समृद्धि और शांति का माहौल बना रहेगा। हालांकि, आपको अपने स्वास्थ्य पर थोड़ा ध्यान देने की सलाह दी जाती है। अपने पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए ‘पितृ कवच’ का पाठ करना आपके लिए विशेष रूप से लाभकारी रहेगा।

ग्रहण के दौरान बरतें सावधानियां

  1. हालाँकि भारत में सूतक काल मान्य नहीं है, लेकिन ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार कुछ नियमों का पालन करना बेहतर माना जाता है:
  2. सूर्य ग्रहण के दौरान फल या सब्जियां नहीं काटनी चाहिए।इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को कन्या राशि में लग रहा है। यह ग्रहण पितृ पक्ष की सर्व पितृ अमावस्या के दिन पड़ रहा है। हालाँकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। इस ग्रहण का असर कुछ राशियों के लिए बेहद शुभ हो सकता है, जबकि कुछ को थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
  3. सूतक काल में भोजन करने से बचना चाहिए (वृद्ध और बीमार लोगों को छोड़कर)।
  4. गर्भवती महिलाओं को नुकीली वस्तुओं का उपयोग करने से बचना चाहिए।