संजय कुमार बिनीत : राजनीतिक विश्लेषक
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की अपने परिवार से नाराजगी बनी हुई है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वे अब आरजेडी में वापस नहीं जाएंगे, भले ही उन्हें कितना भी बुलाया जाए। उन्होंने अपनी बहनों को अपनी पार्टी ‘जनशक्ति जनता दल’ में शामिल होने का न्योता भी दिया है, जहाँ उन्हें टिकट और पद दोनों देने की बात कही है।
एक राष्ट्रीय चैनल के साथ खास बातचीत में, जनशक्ति जनता दल के प्रमुख तेज प्रताप यादव ने बताया कि उनके माता-पिता, लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी, से उनकी बातचीत नहीं होती है। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति और परिवार दो अलग-अलग चीजें हैं। हालांकि, उन्होंने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को अपना आशीर्वाद दिया और कहा कि अगर बहनें उनकी पार्टी का प्रचार करने आती हैं तो उनका स्वागत है। उन्होंने कहा, “हम आरजेडी में दोबारा क्यों जाएं? आरजेडी में क्या तेजस्वी जाए… जयचंद जाए।”
चुनाव लड़ने के मुद्दे पर तेज प्रताप ने स्पष्ट किया कि वे इस बार महुआ सीट से अपनी पार्टी ‘जनशक्ति जनता दल’ के सिंबल पर ही चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के दरवाजे उन सभी दलों के लिए खुले हैं, जो उनके साथ गठबंधन करना चाहते हैं, जिसमें एआईएमआईएम (AIMIM) भी शामिल है।
तेज प्रताप ने राहुल गांधी पर एसआईआर (SIR) मुद्दे पर चेहरा चमकाने का आरोप लगाया। वहीं, उन्होंने प्रशांत किशोर को ‘फिल्म का पीके’ कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ का चुनाव पर कोई खास असर नहीं होगा, क्योंकि चुनाव में जनता अपना असर दिखाती है। तेज प्रताप ने यह भी कहा कि एसआईआर का मुद्दा कोई बड़ा चुनावी मुद्दा नहीं है।
इसके अलावा, उन्होंने तेजस्वी यादव के डांस पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि उनमें डांस करने की कला है। उन्होंने खुद को ‘हेलिकॉप्टर वाले बाबा’ न बताते हुए स्मार्ट गांव बनाने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि बिहार में हर जगह कांटे का मुकाबला है और चुनाव आयोग मतदाता सूची से नाम कटने के मामले को देख रहा है।