संस्कृति और विरासत के मामले में भारत दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ः राजश्री

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Anjaan Jee : Editor in Chief & Publisher

बोकारो, 24 सितम्बर 2025 : समाज को समर्पित पांच दिनों की अद्भुत यात्रा का बुधवार को चिन्मय विद्यालय, बोकारो में भव्य समापन हुआ। हरि सेवा कैंप के विदाई समारोह ने सेवा, संस्कृति और आध्यात्मिकता का अनूठा संगम प्रस्तुत किया। समारोह में बोकारो स्टील प्लांट की अधिशासी निदेशक (मानव संसाधन विभाग) राजश्री बनर्जी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं और अपने प्रेरक संबोधन से बच्चों और शिक्षकों का उत्साह बढ़ाया। उनके साथ सीसीएमटीईसी की एकेडमिक एडमिनिस्ट्रेटर मीना श्रीराम, चिन्मय मिशन बोकारो की आचार्या स्वामिनी संयुक्तानंदा सरस्वती, अध्यक्ष बिस्वरूप मुखोपाध्याय, सचिव महेश त्रिपाठी, प्राचार्य सूरज शर्मा, उप प्राचार्य नरमेंद्र कुमार और हेड मास्टर गोपाल चंद्र मुंशी भी मंच पर उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन की दैवीय आभा के साथ हुई। इसके बाद विद्यालय के नन्हे-मुन्ने बच्चों से लेकर 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें नवरात्रि की विशेष झलक ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कैंप के दौरान हुई अनूठी गतिविधियों और सेवा कार्यों को संकलित कर एक विशेष स्मारिका तैयार की गई, जिसका विमोचन मुख्य अतिथि और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने संयुक्त रूप से किया। इसके साथ ही कैंप में भाग लेने वाले सातों चिन्मय विद्यालयों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्रत्येक विद्यालय से एक-एक विद्यार्थी ने मंच पर आकर अपने अनुभव साझा किए और सेवा का अवसर प्रदान करने के लिए चिन्मय विद्यालय, बोकारो का आभार व्यक्त किया।

मुख्य अतिथि राजश्री बनर्जी ने कहा कि समाज के प्रति सेवा भाव रखना भारत का श्रृंगार है। भारत संस्कृति और विरासत के मामले में सदैव अग्रणी रहा है। चिन्मय मिशन द्वारा समाज को सेवा प्रधान बनाने का यह प्रयास सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में सराहनीय पहल है। सीसीएमटीईसी की एकेडमिक एडमिनिस्ट्रेटर मीना श्रीराम ने भी इस आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य सूरज शर्मा ने किया और कहा कि सेवा भाव से ही समाज में वास्तविक सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन सुप्रिया चौधरी ने किया।