Anjaan Jee : Editor in Chief & Publisher
बोकारो, 18 अक्टूबर, 2025 — बोकारो स्टील प्लांट के आयरन एंड स्टील फाउंड्री एवं पैटर्न शॉप (आईसीएसएफ एंड पीएस) विभाग में शनिवार को एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें नियमित और संविदा कर्मचारियों के उल्लेखनीय योगदान को सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम मुख्य महाप्रबंधक (शॉप्स) कार्यालय में संपन्न हुआ।
समारोह में विभाग के विभिन्न अनुभागों के 15 कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य, समर्पण और नवाचार के लिए सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मुख्य महाप्रबंधक (मेंटेनेंस) एवं अतिरिक्त प्रभार (शॉप्स) शरद गुप्ता ने सभी पुरस्कृत कर्मचारियों को बधाई दी और विभाग की टीम भावना, कार्यकुशलता तथा नवोन्मेष की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मचारी किसी भी संगठन की सच्ची पूंजी होते हैं, जो अपने परिश्रम और कौशल से उद्योग की उत्पादकता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाते हैं।
हाल के महीनों में आईसीएसएफ एंड पीएस विभाग ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज की हैं —
- दुर्गापुर स्टील प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस के लिए रिकॉर्ड समय में 30 विशेष कूलिंग प्लेटों का सफल निर्माण और प्रेषण किया गया, जिनकी लागत लगभग 1.2 लाख रुपये प्रति प्लेट रही।
- तकनीकी उन्नयन के तहत तीन पुरानी क्रेनों में बस-बार सिस्टम की जगह ट्रेलिंग केबल सिस्टम लगाया गया, जिससे परिचालन दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
- बोकारो रेलवे स्टेशन स्थित इस्पात उद्यान स्मारक के लिए पैटर्न का निर्माण भी विभाग द्वारा किया गया।
- इसके साथ ही दुर्गापुर और बोकारो स्टील प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस-5 की मरम्मत हेतु जटिल कूलिंग प्लेट मोल्ड्स का सफल विकास किया गया।
समारोह के दौरान महाप्रबंधक (शॉप्स) जयंता सरकार, उप महाप्रबंधक (शॉप्स) पी. बुल्लिअब्बाय, वरीय प्रबंधक अनिल कुमार, सानी उरांव, खेमनाथ महतो, और उप प्रबंधक अशोक कुमार मीणा सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी एवं संविदा कर्मी उपस्थित रहे।
🎖️ मुख्य बिंदु:
- 15 उत्कृष्ट कर्मचारियों को सम्मानित किया गया
- दुर्गापुर स्टील प्लांट के लिए 30 विशेष कूलिंग प्लेटों का निर्माण
- पुरानी क्रेनों में ट्रेलिंग केबल सिस्टम से दक्षता में सुधार
- स्मारक और ब्लास्ट फर्नेस के लिए अभिनव पैटर्न व मोल्ड निर्माण
- टीम भावना और तकनीकी नवाचार की मिसाल बनी आईसीएसएफ एंड पीएस टीम
इस कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि बोकारो स्टील प्लांट केवल इस्पात उत्पादन का केंद्र नहीं, बल्कि नवाचार, कौशल और समर्पण का प्रतीक भी है।
